मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में लगातार चार सप्ताह की तेजी के बाद इस सप्ताहांत बड़ी गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1,176.46 अंक टूटकर 78,041.59 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 364.21 अंक की गिरावट के साथ 23,587.50 पर बंद हुआ।
फेडरल रिजर्व का असर
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की धीमी संभावना ने निवेशकों को प्रभावित किया, जिससे बाजार में बिकवाली बढ़ी। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और प्रमुख घरेलू निवेशकों ने बड़ी मात्रा में शेयरों की बिक्री की, जिसके कारण बाजार में भारी गिरावट आई।
सप्ताह की प्रमुख गिरावट
सोमवार को सेंसेक्स 215.59 अंक की गिरावट के साथ 81,917.53 पर खुला और दिनभर के कारोबार के बाद 384.55 अंक गिरकर 81,748.57 पर बंद हुआ।
निफ्टी भी शुरुआती गिरावट के बाद 100.05 अंक टूटकर 24,668.25 पर बंद हुआ।
लगातार गिरावट का दौर
मंगलवार: सेंसेक्स 617.83 अंक गिरकर 81,130.74 पर खुला और 1,064.12 अंक की गिरावट के साथ 80,684.45 पर बंद हुआ।
बुधवार: सेंसेक्स 502.25 अंक की गिरावट के साथ 80,182.20 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 137.16 अंक की गिरावट के साथ 24,198.85 पर बंद हुआ।
गुरुवार: सेंसेक्स 1,162.12 अंक टूटकर 79,020.08 पर खुला और 79,218.05 पर बंद हुआ। निफ्टी 328.55 अंक गिरकर 23,870.30 पर खुला और 247.15 अंक की गिरावट के साथ 23,951.70 पर बंद हुआ।
शुक्रवार: सप्ताह के आखिरी दिन सेंसेक्स 1,176.46 अंक की बड़ी गिरावट के साथ 78,041.59 पर बंद हुआ। निफ्टी ने भी 364.21 अंक की गिरावट दर्ज की।
आगे की संभावना
विश्लेषकों का कहना है कि फेडरल रिजर्व की नीतियों और ब्याज दरों में बदलाव को लेकर स्पष्टता आने तक बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
नोट: निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए निवेश करें और दीर्घकालिक रणनीतियों पर फोकस करें।