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मध्यप्रदेश में पर्यटन क्रांति का सूत्रधार बनेगा आईएटीओ: उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल

भोपाल। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन क्रांति लाने में इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ) की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। भोपाल में आयोजित आईएटीओ के 39वें अधिवेशन के समापन समारोह में उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2047 तक भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए तीन क्रांतियों की आवश्यकता है: हरित क्रांति, औद्योगिक क्रांति और पर्यटन क्रांति।

श्री शुक्ल ने कहा कि आईएटीओ के सदस्य इस अधिवेशन के माध्यम से मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों को जानेंगे और विदेशी पर्यटकों को यहां आने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि आने वाले समय में मध्यप्रदेश में विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।

संस्कृति, पर्यटन, और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनेगा। उन्होंने आईएटीओ सदस्यों से आग्रह किया कि वे राज्य की पर्यटन विशेषताओं और सुविधाओं को बढ़ावा दें और अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करें।

**मध्यप्रदेश को मिला ‘बेस्ट प्रोमोशनल पब्लिकेशन बाय स्टेट’ अवार्ड**

अधिवेशन के दौरान मध्यप्रदेश को ‘बेस्ट प्रोमोशनल पब्लिकेशन बाय स्टेट’ अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार मध्यप्रदेश पर्यटन के उत्कृष्ट प्रचार-प्रसार के लिए दिया गया, जिसे टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक सुश्री बिदिशा मुखर्जी ने ग्रहण किया।

**रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म रन में 500 से अधिक सदस्य हुए शामिल**

अधिवेशन के तीसरे दिन की शुरुआत ‘रन फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म’ से हुई, जिसमें देशभर से आए 500 से अधिक आईएटीओ सदस्यों ने भाग लिया। इस दौड़ का आयोजन भोपाल की वीआईपी रोड से गौहर महल तक किया गया, जिसमें पर्यावरण अनुकूल पर्यटन का संदेश दिया गया।

**फैम टूर से मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों का दौरा करेंगे 350 सदस्य**

अधिवेशन के समापन के बाद 350 से अधिक आईएटीओ सदस्यों को मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों का दौरा कराया जाएगा। इन टूर में इंदौर, उज्जैन, भोपाल, रीवा, पचमढ़ी, भोजपुर, भीमबेटका, सांची जैसे गंतव्य शामिल होंगे, जहां सदस्य राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य, इतिहास और संस्कृति को नजदीक से जान सकेंगे।

**संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पर बल**

अधिवेशन के अंतिम दिन ‘पर्यटन और आतिथ्य उद्योग में तालमेल’ पर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें भारत के पर्यटन और आतिथ्य उद्योग के विभिन्न शीर्ष निकायों के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया। सत्र में पद्मश्री अजीत बजाज, फेथ संस्था के वाइस चेयरमैन अमरेश तिवारी, आईएटीओ के अध्यक्ष राजीव मेहरा और TAAI की प्रेसिडेंट ज्योति मयाल ने अपने विचार व्यक्त किए।

मध्यप्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के इस महत्त्वपूर्ण आयोजन ने राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।

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