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भारतीय फोर्जिंग उद्योग संघ (AIFI) ने वर्ष 2024-26 के लिए अपनी नई लीडरशिप टीम की घोषणा की: श्री यश मुनोत को अध्यक्ष, एवं श्री एस. रविशंकर को उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया

पुणे, । देश में फोर्जिंग उद्योग का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे बड़ी संस्था, भारतीय फोर्जिंग उद्योग संघ (AIFI) ने आज बड़े गर्व के साथ श्री यश मुनोत को वर्ष 2024-26 की अवधि के लिए AIFI के नए अध्यक्ष के रूप में चुने जाने की घोषणा की। श्री एस. रविशंकर को AIFI का नया उपाध्यक्ष चुना गया है, और इस प्रकार संगठन के नेतृत्व में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है।

वर्ष 2020 से 2024 तक AIFI के उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत, श्री यश मुनोत इस संगठन के इतिहास में अध्यक्ष का पद संभालने वाले सबसे युवा व्यक्ति हैं। उन्होंने श्री विकास बजाज का स्थान ग्रहण किया, जिन्होंने वर्ष 2020 से 2024 तक अध्यक्ष के पद पर अपनी सेवाएँ दी। वर्तमान में श्री मुनोत वर्षा फोर्जिंग्स प्राइवेट लिमिटेड में मुख्य कार्यकारी अधिकारी और KCTR वर्षा ऑटोमोटिव में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। वर्ष 2005 में अपने पारिवारिक व्यवसाय, वर्षा फोर्जिंग्स प्राइवेट लिमिटेड में शामिल होने के साथ ही फोर्जिंग उद्योग में उनके सफर की शुरुआत हुई। इस इंडस्ट्री में अपनी उपलब्धियों के अलावा, श्री मुनोत को लाइफ़स्टाइल प्रोडक्ट्स, हेल्थ फूड, हॉस्पिटैलिटी तथा जन-सेवा जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में अपने व्यावसायिक उपक्रमों के लिए जाना जाता है, जिसमें एक अनाथालय को गोद लेना और महामारी के दौरान इलाज के लिए जरूरी सामग्रियों का वितरण करना भी शामिल है।

AIFI में एक नेतृत्वकर्ता के तौर पर अपनी भूमिका निभाते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं, जिनमें IFC 2011, फोर्जटेक इंडिया 2016, एशिया फोर्ज 2019 और फोर्जटेक इंडिया 2023 जैसे इस इंडस्ट्री के बेहद अहम कार्यक्रमों के आयोजन में उनका योगदान शामिल है। वर्ष 2018 से 2020 के दौरान उन्होंने पश्चिमी क्षेत्र के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। उन्होंने रीजेंट्स बिजनेस स्कूल ऑफ लंदन से फाइनेंस एंड मार्केटिंग में बैचलर ऑफ आर्ट्स (ऑनर्स) और लंदन बिजनेस स्कूल से लीडरशिप की डिग्री हासिल की है। वे उद्यमियों के एक प्रतिष्ठित संगठन, EO के सदस्य भी हैं।

इस अवसर पर भारतीय फोर्जिंग उद्योग संघ के अध्यक्ष, श्री यश मुनोत ने कहा, “भारतीय फोर्जिंग उद्योग संघ के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। भारत में फोर्जिंग क्षेत्र इनोवेशन और विकास के जबरदस्त अवसरों के साथ बेहद महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है। हम उद्योग के भीतर सहयोग को प्रोत्साहन देने, तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने और सस्टेनेबल तरीकों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान देंगे। मैं सभी भागीदारों के साथ मिलकर काम करने के इरादे पर अटल हूँ, ताकि घरेलू स्तर पर हमारे उद्योग का बड़े पैमाने पर विकास होने के साथ-साथ हम पूरी दुनिया में भी अपनी उपस्थिति को मजबूत कर सकें और बढ़ा सकें। हम सब एकजुट होकर इस पद पर पहले कार्यरत रह चुके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा तैयार की गई मजबूत बुनियाद पर काम करेंगे, साथ ही अपने काम के हर पहलू को अव्वल दर्जे का बनाने की कोशिश करेंगे।”

भारतीय फोर्जिंग उद्योग संघ के उपाध्यक्ष, श्री एस. रविशंकर ने कहा, “मैं AIFI के उपाध्यक्ष पद का दायित्व संभालकर वाकई बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूँ। श्री यश मुनोत और AIFI की प्रतिबद्ध टीम के साथ मिलकर काम करते हुए, मैं अपने उद्योग की प्रगति को आगे बढ़ाने और दुनिया में तेज़ी से बदलती परिस्थितियों में सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने का प्रयास करूँगा। हमारे लिए प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना, इनोवेशन को प्रोत्साहन देना और अपने सदस्यों को भविष्य के अवसरों के लिए तैयार करना सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी। मैं आगे आने वाली रोमांचक संभावनाओं का लाभ उठाने और बदलाव के इस दौर में AIFI की निरंतर सफलता में योगदान देने के लिए पूरी तरह तैयार हूँ।”

श्री एस रविशंकर फिलहाल सुपर ऑटो फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। श्री रविशंकर को ऑटो कंपोनेंट विनिर्माण उद्योग में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव प्राप्त है। वे एक मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियर हैं, तथा उन्होंने अन्नामलाई विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री और ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है। 2 साल तक डेट्रायट में काम करने के बाद श्री रविशंकर भारत लौट आये वर्ष 1997 में अपने पारिवारिक व्यवसाय सुपर ऑटो फोर्ज (SAF) में शामिल हो गये। उन्होंने SAF के अंतर्राष्ट्रीय कारोबार को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और उनकी अगुवाई में ही वर्ष 2001 में डेट्रॉयट में तथा वर्ष 2005 में जर्मनी में कार्यालय स्थापित किए गए।

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