नई दिल्ली: भारत के अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने कृषि अवसंरचना और कोल्ड चेन विकास को प्रोत्साहित करने के लिए फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन्स ऑफ इंडिया (FCSI) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी के माध्यम से पीएनबी का उद्देश्य भारत के कृषि समुदाय को सशक्त बनाना और कृषि मूल्य श्रृंखला को बेहतर बनाना है, जिससे देशभर में व्यावसायिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, जो फसल कटने के बाद होने वाले नुकसान को कम करने और कृषि मूल्य श्रृंखला को सुदृढ़ करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह साझेदारी भारत में कृषि अवसंरचना को नई दिशा देने और किसानों की लाभप्रदता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी।
एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले प्रमुख प्रतिनिधि:
इस एमओयू पर पीएनबी के एमडी और सीईओ, श्री अतुल कुमार गोयल, कार्यपालक निदेशक श्री कल्याण कुमार, मुख्य महाप्रबंधक श्री सुनील कुमार चुघ, और महाप्रबंधक (कृषि) श्री के.एस. राणा ने हस्ताक्षर किए। फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष श्री मुकेश अग्रवाल और अन्य बैंक तथा फेडरेशन के प्रतिनिधि भी इस अवसर पर मौजूद थे।
कृषि में बदलाव के लिए आधुनिक भंडारण अवसंरचना की आवश्यकता:
इस अवसर पर पीएनबी के एमडी एवं सीईओ श्री अतुल कुमार गोयल ने भारतीय कृषि में बदलाव लाने के लिए आधुनिक भंडारण अवसंरचना की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोरेज सुविधाएं फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करने में सहायक होंगी, जिससे कृषि उत्पादों की बेहतर कीमत सुनिश्चित की जा सकेगी। इस प्रकार, यह कृषि क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति देगा।
स्थिर और कुशल पारिस्थितिकी तंत्र के लिए कोल्ड चेन का योगदान:
पीएनबी के कार्यपालक निदेशक श्री कल्याण कुमार ने कहा कि कोल्ड चेन बुनियादी ढांचा कृषि व्यवसायों के लिए स्थिर और कुशल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कोल्ड चेन समाधान केवल मूल्य संवर्धन को बढ़ाएंगे, बल्कि कृषि उपज की बाजारों तक पहुंच में भी सुधार करेंगे।
फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन्स ऑफ इंडिया का बयान:
इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष श्री मुकेश अग्रवाल ने कहा, “यह साझेदारी कृषक समुदाय की किस्मत में सुधार लाने के लिए अत्याधुनिक भंडारण और लॉजिस्टिक्स समाधानों तक पहुंच को सक्षम करेगी।”
कृषि बुनियादी ढांचे में नवाचार और सुधार:
यह समझौता ज्ञापन नवाचार को बढ़ावा देने, कृषि बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने और कृषकों के लिए बेहतर भंडारण और कोल्ड चेन समाधान उपलब्ध कराने के दिशा में एक अहम कदम साबित होगा। यह साझेदारी भारत के कृषि क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मकता और समृद्धि की नई राह खोलेगी।