योगी अद्वैत योगभूषण की 13,000 किमी लंबी पवित्र यात्रा: ओम के शाश्वत ज्ञान से जोड़ेंगे समुदायों को
नई दिल्ली: आध्यात्मिक गुरु योगी अद्वैत योगभूषण ने भारत में 13,000 किलोमीटर की एक महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा की शुरुआत की है। इस यात्रा का उद्देश्य ओम के शाश्वत ज्ञान के माध्यम से योग और समग्र कल्याण का संदेश फैलाना है। 3 सितंबर 2024 को ऋषिकेश के वीरभद्र मंदिर से शुरू हुई इस अद्वैत यात्रा का मुख्य लक्ष्य भारत के विभिन्न समुदायों को योग और आध्यात्मिकता के मूल्यों से जोड़ना है। योगी अद्वैत का मानना है कि यह यात्रा देश में एकता, शांति और आत्मिक उत्थान को बढ़ावा देगी।
योगी अद्वैत ने बचपन में कई कठिनाइयों का सामना किया, जिसमें एक गंभीर दुर्घटना भी शामिल थी जिसने उन्हें आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित किया। उनका मानना है कि शारीरिक चोटों ने उन्हें और अधिक दृढ़ संकल्प के साथ योग और ध्यान की साधना में लगाया।
12 ज्योतिर्लिंग यात्रा का महत्व
अद्वैत यात्रा के दौरान योगी अद्वैत 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करेंगे, जो भगवान शिव की दिव्य उपस्थिति के प्रतीक माने जाते हैं। यह यात्रा मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर से शुरू होकर गुजरात के नागेश्वर और सोमनाथ, महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर और भीमाशंकर, तमिलनाडु के रामेश्वरम, आंध्र प्रदेश के मल्लिकार्जुन, उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ, झारखंड के बैद्यनाथ और अंत में हिमालय के केदारनाथ पर समाप्त होगी। योगी अद्वैत इन ज्योतिर्लिंगों को केवल पूजा के स्थान के रूप में नहीं, बल्कि उच्च चेतना और ज्ञान की ओर बढ़ने का मार्ग मानते हैं।
समुदायों में योग का प्रसार
यात्रा के दौरान योगी अद्वैत पूरे भारत में मंदिरों, स्कूलों और गांवों का दौरा कर रहे हैं। वे ओम की पवित्र ध्वनि और अद्वैत के महत्व का प्रचार करते हुए समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। विशेष रूप से, वे बच्चों और युवाओं को योग, माइंडफुलनेस और प्रकृति से जुड़ने के बारे में जागरूक कर रहे हैं। उनके सत्रों में भारी भीड़ जुटती है, जहां वे नकारात्मक ऊर्जा को छोड़कर आंतरिक शांति प्राप्त करने की बात करते हैं।
हाल ही में, एक गाँव में उन्होंने राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ियों और स्थानीय ग्रामीणों के लिए एक योग सत्र का आयोजन किया, जहां उन्होंने ओम के महत्व और जीवन में संतुलन प्राप्त करने के तरीके समझाए। उनके सरल लेकिन प्रभावशाली संदेश ने सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रेरित किया।
सरकारी सहयोग और राष्ट्रीय जुड़ाव
योगी अद्वैत इस यात्रा के प्रभाव को और बढ़ाने के लिए सरकारी अधिकारियों और प्रधानमंत्री से भी संपर्क कर रहे हैं। उनका उद्देश्य योग और आध्यात्मिकता के माध्यम से पूरे देश में शांति, एकता और समग्र कल्याण का संदेश फैलाना है। उनकी यह यात्रा समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाने का अनूठा प्रयास है, जिससे हर आत्मा में ओम की पवित्र ध्वनि को जागृत किया जा सके।