स्वच्छ भारत अभियान का एक दशक: भोपाल में विशेष कार्यशाला आयोजित, शहर की स्वच्छता पहल बनी प्रेरणास्त्रोत

भोपाल – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2014 में शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान ने गांव से लेकर शहरों तक सकारात्मक बदलाव लाए हैं। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने कहा कि यह अभियान भारत के सबसे बड़े व्यवहार परिवर्तन आंदोलनों में से एक बन गया है। डॉ. मुरुगन shaniwar  को पीआईबी भोपाल और नगर निगम भोपाल द्वारा आयोजित कार्यशाला ‘एक दशक स्वच्छता के, स्वच्छ भोपाल के लिए विशेष पहल’ में बोल रहे थे।

डॉ. मुरुगन ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 11.5 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है, जिससे स्वच्छता को लेकर पूरे देश में एक सकारात्मक माहौल बना है। उन्होंने कहा कि 40 साल से अधिक पुरानी अनुपयोगी फाइलों को नष्ट कर और 15 साल पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप कर प्रशासनिक कार्यालयों में स्वच्छता को बढ़ावा दिया जा रहा है।

भोपाल की स्वच्छता पहल को मिली सराहना

डॉ. मुरुगन ने कहा कि भोपाल नगर निगम के प्रयास अन्य शहरों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने भानपुर खंती को कचरे के ढेर से गोल्फ कोर्स में बदलने के प्रयासों की प्रशंसा की। भोपाल प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले 850 टन कचरे का प्रबंधन अभिनव तरीके से कर रहा है, जिसमें वेस्ट से वेल्थ परियोजना और खतरनाक कचरे से ईंधन उत्पादन शामिल है। यह पहल अन्य शहरों के लिए रोल मॉडल बन चुकी है।

स्वच्छता अभियान में मीडिया की भूमिका पर जोर

डॉ. मुरुगन ने मीडिया से स्वच्छता से जुड़े प्रयासों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया और अभियान को सफल बनाने के लिए सकारात्मक पत्रकारिता पर जोर दिया। उन्होंने कार्यशाला आयोजित करने के लिए पीआईबी भोपाल की प्रशंसा की।

आलोक शर्मा और महापौर मालती राय ने दिए स्वच्छता के संदेश

भोपाल के सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी के बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता पर सबसे अधिक जोर दिया। 2014 के बाद से केंद्र सरकार के स्वच्छता अभियानों में सामाजिक संगठनों और आम जनता की सक्रिय भागीदारी रही है। उन्होंने अपने महापौर कार्यकाल के दौरान ‘रोको-टोको अभियान’ की सफलता को रेखांकित करते हुए भोपाल को ग्रीन और क्लीन सिटी बनाने का संकल्प दोहराया।

महापौर मालती राय ने कहा कि सामाजिक संस्थाएं भोपाल को स्वच्छ और सुंदर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। कई वार्डों में बर्तन बैंक की स्थापना की गई है, जिससे प्लास्टिक के उपयोग को कम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता किटी समूह के सदस्य हर महीने 100 रुपये का योगदान देकर कचरा प्रबंधन और स्वच्छता के स्तर को सुधारने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

सम्मान और प्रजेंटेशन से सजी कार्यशाला

नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से भोपाल में स्वच्छ भारत मिशन के तहत किए गए कार्यों की जानकारी दी। कार्यशाला में स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. एल. मुरुगन, सांसद आलोक शर्मा, महापौर मालती राय, आयुक्त हरेंद्र नारायण और पीआईबी भोपाल के अपर महानिदेशक प्रशांत पाठराबे ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। प्रशांत पाठराबे ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए पत्रकारों से सकारात्मक और विकासपरक पत्रकारिता को बढ़ावा देने की अपील की।

निष्कर्ष

भोपाल में आयोजित यह विशेष कार्यशाला स्वच्छ भारत मिशन के 10 वर्षों की उपलब्धियों को रेखांकित करने के साथ मीडिया की भूमिका को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुई।

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