उत्तर प्रदेश: एक चौंकाने वाले मामले में, छुट्टी पर लौटे अग्निवीर ने हाईवे रॉबरी के लिए एक गैंग बनाई। उसने उत्तर प्रदेश से अवैध हथियार खरीदे और एप से टैक्सी बुक कर बंदूक की नोक पर लूटपाट की। इसके बाद, वह टैक्सियों के नंबर बदलकर उन्हें बेच देता था। यह मामला मात्र एक झलक है कि आधुनिक हथियारों की ट्रेनिंग प्राप्त 22-23 साल के युवाओं को चार साल बाद बेरोज़गार छोड़ देने के परिणाम कितने भयावह हो सकते हैं।
### **सरकार की अग्निवीर योजना पर सवाल**
बार-बार आगाह करने के बावजूद, सरकार अग्निवीर योजना को खत्म क्यों नहीं कर रही है? यह योजना युवाओं को आधुनिक हथियारों की ट्रेनिंग तो देती है, लेकिन चार साल बाद उन्हें बेरोज़गार छोड़ देती है। इसका परिणाम यह हो सकता है कि ये युवा अवैध गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
### **गंभीर परिणामों पर विचार आवश्यक**
इस मामले ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अगर सरकार ने समय रहते इस योजना पर पुनर्विचार नहीं किया, तो ऐसे और भी भयावह परिणाम सामने आ सकते हैं। अग्निवीर योजना के तहत प्रशिक्षित युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन देना अत्यंत आवश्यक है।