अश्विनी वैष्णव ने पीलीभीत-शाहगढ़-मैलानी रेल खंड के गेज परिवर्तन का उद्घाटन किया, नई ट्रेन सेवा का शुभारंभ
नई दिल्ली: रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 1 सितंबर, 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीलीभीत-शाहगढ़-मैलानी रेल खंड के गेज परिवर्तन का राष्ट्र को समर्पण किया और इस खंड पर नई ट्रेन सेवा का शुभारंभ करते हुए उद्घाटन विशेष गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे एक ऐतिहासिक दिन करार दिया, जिसमें पीलीभीत को प्रदेश की राजधानी से जोड़ा गया। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय पीलीभीत के सांसद जितिन प्रसाद को दिया, जिनके विशेष प्रयासों के कारण यह संभव हो सका।
रेल मंत्री ने कहा, “रूहेलखंड के बारे में कहा जाता है कि यहाँ पैदा हुआ तो वीर बनेगा, और यहाँ की मिट्टी से बना तो सोना बनेगा।” उन्होंने यह भी बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रूहेलखंड के कई स्टेशनों, जैसे आवंला, बदायूं, बरेली, पीलीभीत जं., मुरादाबाद और सहारनपुर, का पुनर्विकास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में 157 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्निर्माण किया जा रहा है, जो डबल इंजन सरकार की देन है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए बजट आवंटन में निरंतर वृद्धि की गई है। 2024-25 के बजट में उत्तर प्रदेश के रेल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए 19,848 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो 2009-14 के औसत बजट से 18 गुना अधिक है। पिछले 10 वर्षों में उत्तर प्रदेश में 4900 किमी. नई रेल लाइन बिछाई गई है, जो स्विट्जरलैंड के कुल रेल नेटवर्क के बराबर है।
इस मौके पर पीलीभीत में आयोजित समारोह में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि पीलीभीत में विकास का नया अध्याय लिखा जा रहा है। मोदी सरकार ने पीलीभीत की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा कर दिया है। उन्होंने बताया कि पीलीभीत स्टेशन को 17 करोड़ रुपये की लागत से वर्ल्ड क्लास स्टेशन में पुनर्विकसित किया जा रहा है, जिसमें यात्रियों की सुविधा के लिए लिफ्ट, एस्कलेटर, उन्नत पार्किंग और फुट ओवर ब्रिज का प्रावधान किया जा रहा है।
प्रसाद ने यह भी घोषणा की कि पीलीभीत से मैलानी के मध्य तीन जोड़ी और पीलीभीत से लखनऊ के लिए एक जोड़ी ट्रेनों का संचालन प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने पीलीभीत को मथुरा, काशी और अयोध्या से जोड़ने के लिए भी रेल मंत्री का ध्यान आकृष्ट किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिलें राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, विधायक बाबूराम, केंद्रीय रेल एवं जलशक्ति राज्यमंत्री वी. सोमन्ना और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ सतीश कुमार भी वीडियो लिंक के माध्यम से समारोह में उपस्थित थे। पीलीभीत में आयोजित समारोह में सदस्य विधान परिषद डॉ. सुधीर गुप्ता और नगरपालिका चेयरमैन डॉ. आस्था अग्रवाल भी शामिल हुए।