दिल्ली सरकार की बड़ी उपलब्धि: 372 करोड़ का प्रोजेक्ट 347 करोड़ में पूरा

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने अपनी निर्माण क्षमता और कुशल प्रबंधन का प्रदर्शन करते हुए 372 करोड़ रुपये की लागत वाले प्रोजेक्ट को 347 करोड़ रुपये में पूरा किया। इस उपलब्धि के तहत सीएम आतिशी ने पूर्वी दिल्ली में 2.2 किलोमीटर लंबे छह लेन के फ्लाईओवर का उद्घाटन किया, जो अप्सरा बॉर्डर को आनंद विहार से जोड़ता है।

25 करोड़ रुपये की बचत

सीएम आतिशी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट की शुरुआती लागत 372 करोड़ रुपये निर्धारित थी, लेकिन कुशल प्रबंधन के कारण इसे 347 करोड़ रुपये में पूरा किया गया, जिससे 25 करोड़ रुपये की बचत हुई। यह फ्लाईओवर प्रतिदिन 1.5 लाख वाहनों को राहत देगा और तीन प्रमुख लालबत्तियों को बायपास करेगा, जिससे रामप्रस्थ कॉलोनी, विवेक विहार और प्रीत विहार में ट्रैफिक जाम कम होगा।

आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ

फ्लाईओवर के उपयोग से:

प्रतिदिन 40,000 लीटर पेट्रोल-डीजल की बचत होगी।

हर वाहन का औसतन 12 मिनट समय बचेगा।

प्रदूषण में कमी आएगी, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।


दिल्ली सरकार का 38वां फ्लाईओवर प्रोजेक्ट

आतिशी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा पिछले दशक में बनाए गए 38वें फ्लाईओवर और अंडरपास का हिस्सा है। यह परियोजना दिल्ली की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने और सड़कों को विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में एक और कदम है।

दिल्ली का वैश्विक स्तर पर सुधार

आतिशी ने बताया कि 2014-15 में दिल्ली दुनिया के चौथे सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में शामिल था। आप सरकार के प्रयासों से अब यह 44वें स्थान पर आ गया है। यह प्रोजेक्ट दिल्ली के पूर्वी और उत्तर-पूर्वी इलाकों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।

सीएम आतिशी का बयान

आतिशी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “आनंद विहार फ्लाईओवर दिल्ली की सड़कों का एक नया आयाम है। यह न केवल समय और ईंधन की बचत करेगा, बल्कि प्रदूषण को भी कम करेगा। यह हमारी सरकार के कुशल प्रबंधन का एक और उदाहरण है।”

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