नई दिल्ली । प्रधान न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल के बीच हाल ही में एक गंभीर विवाद उभरा है। CJI चंद्रचूड़ ने बंगाल में हुए रेप कांड को अत्यंत गंभीर मामला करार देते हुए कहा कि ऐसे संवेदनशील मुद्दे राजनीति के दायरे में नहीं आते। उन्होंने कपिल सिब्बल से अनुरोध किया कि वे इस मामले का राजनीतिकरण न करें और न्याय की प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करें।
CJI ने सुनवाई के दौरान सिब्बल द्वारा हंसने को लेकर भी आपत्ति जताई, यह टिप्पणी करते हुए कि यह उनके पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है। उन्होंने सिब्बल को बंगाल सरकार के प्रतिनिधि के रूप में याद दिलाया कि उन्हें रेप पीड़िता और उसके परिवार के प्रति संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। यह घटना न्यायपालिका और राजनीति के बीच संवेदनशील मुद्दों पर विचार विमर्श की गंभीरता को उजागर करती है।