नई दिल्ली । भारत सरकार ने चंद्रयान-4 मिशन को मंजूरी दे दी है, जो देश और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ने इस मिशन को हरी झंडी दिखा दी है, और इसके पूरा होने की उम्मीद 36 महीनों में की जा रही है। इस मिशन के लिए सरकार ने 2104.06 करोड़ रुपए का फंड आवंटित किया है।
#### चंद्रयान-4 मिशन की विशेषताएं
चंद्रयान-4 मिशन में कई महत्वपूर्ण घटक शामिल हैं:
1. **चंद्रयान-4 स्पेसक्राफ्ट**: यह मिशन का मुख्य हिस्सा होगा, जो चंद्रमा की सतह पर महत्वपूर्ण वैज्ञानिक अनुसंधान करेगा।
2. **LVM-3 रॉकेट**: इस मिशन के लिए दो LVM-3 रॉकेट का उपयोग किया जाएगा, जो स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में ले जाएंगे।
3. **स्पेस नेटवर्क और डिजाइन वेरिफिकेशन**: चंद्रयान-4 से लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए एक मजबूत स्पेस नेटवर्क और डिजाइन वेरिफिकेशन की व्यवस्था की गई है।
इस मिशन की सफलता से भारत का अंतरिक्ष अनुसंधान क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम होगा, जो देश की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति को और मजबूत करेगा।