नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के कूटनीतिक समाधान पर लगातार जोर दिया है, और अब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल रूस की यात्रा पर जाएंगे। यह यात्रा शांति प्रयासों पर चर्चा के लिए की जाएगी।
हाल ही में, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी भारत की भूमिका को स्वीकार किया है। उन्होंने इस बात को दोहराया कि भारत इस संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त करने में मदद कर सकता है। पीएम मोदी ने अपनी अलग-अलग यात्राओं के दौरान दोनों देशों के नेताओं के साथ शांति प्रयासों पर चर्चा की थी।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है और ब्राजील, चीन, और भारत को संभावित मध्यस्थ के रूप में देखा है। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी भारत को इस संदर्भ में समर्थन दिया था।
जुलाई में रूस की अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को शांति का संदेश दिया और हाल ही में कीव में ज़ेलेंस्की से मुलाकात की, जिसमें भारत की शांति की प्रतिबद्धता को दोहराया। पीएम मोदी ने 27 अगस्त को पुतिन के साथ टेलीफोन पर भी बातचीत की थी, जिसमें यह तय हुआ कि भारत अपने एनएसए को शांति वार्ता के लिए मॉस्को भेजेगा।