प्रयागराज। महाकुंभ 2025 में एक बड़ा विवाद सामने आया है। अभिनेत्री ममता कुलकर्णी, जिन पर अतीत में दाऊद इब्राहिम गैंग से जुड़े होने के आरोप लग चुके हैं, को महामंडलेश्वर का पद दिया गया है। किन्नर अखाड़े ने उन्हें दीक्षा दिलाई और पट्टाभिषेक किया। हालांकि, इस कदम ने धार्मिक समुदाय में तीखी प्रतिक्रियाएं पैदा कर दी हैं।
किन्नर अखाड़े का निर्णय और विवाद
वैष्णव किन्नर अखाड़े ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने की प्रक्रिया को फर्जी और अवैध बताया। अखाड़े ने इस पर बगावत का ऐलान करते हुए इसे धर्म और परंपरा के खिलाफ करार दिया है।
संतों में नाराजगी
महामंडलेश्वर बनने की इस विवादास्पद घटना पर दो प्रमुख संतों ने कड़ी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यह कदम न केवल परंपराओं का उल्लंघन है, बल्कि धार्मिक आस्था को भी आहत करता है।
ममता कुलकर्णी की भावनात्मक प्रतिक्रिया
पट्टाभिषेक के दौरान ममता कुलकर्णी भावुक हो गईं और रोते हुए नजर आईं। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
विवाद के मुख्य बिंदु
1. दाऊद गैंग से संबंध के आरोप: ममता कुलकर्णी पर पहले से विवादित छवि होने के आरोप हैं।
2. अधिकारों का सवाल: संत समुदाय का कहना है कि महामंडलेश्वर बनने की प्रक्रिया में कई नियमों की अनदेखी की गई है।
3. धार्मिक एकता पर प्रभाव: यह विवाद किन्नर अखाड़े और अन्य धार्मिक संगठनों के बीच मतभेद को बढ़ा सकता है।
महाकुंभ पर प्रभाव
इस विवाद ने महाकुंभ के माहौल को गरमा दिया है। धर्म और परंपरा के बीच संतों और अखाड़ों के बीच टकराव ने प्रशासन के लिए भी नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।