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व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर खुला एमडी ड्रग नेटवर्क, एनसीबी के निशाने पर देसी-विदेशी राज

भोपाल। हाल ही में, एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) ने बागरोदा की एक बंद फैक्ट्री से 1814 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स जप्त की है। इस जांच के दौरान अधिकारियों ने जिन आरोपियों को हिरासत में लिया, उनके मोबाइल फोन से बहुत बड़े खुलासे हुए हैं। व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे ऐप्स के माध्यम से इस ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है, जो देश और विदेश तक फैला हुआ है।

जांच में तेजी

एनसीबी के अधिकारियों ने पिछले 5 दिनों से इस मामले की गहराई से जांच की है। इस जांच के दौरान, अमित चतुर्वेदी और नासिक के सान्याल के मोबाइल फोन से मिली जानकारियों ने जांच को एक नया मोड़ दिया है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि एमडी नेटवर्क में जुड़े लोग आसानी से पकड़े जा सकते हैं।

संदिग्धों की गिरफ्तारी

जांच के दौरान अधिकारियों ने कई स्थानों पर छापे मारे हैं और संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। अमित चतुर्वेदी के मोबाइल फोन की सारी चैट और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से भोपाल में फैले इस नेटवर्क का पता लगाया गया है।

फरार आरोपियों की खोज

आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद, मंदसौर का प्रेमसुख पाटीदार फरार हो गया है। एनसीबी की टीम इस मामले में हरीश अंजाना से लगातार पूछताछ कर रही है। पहली बार टेलीग्राम चैट की जानकारी मोबाइल फोन के माध्यम से जांच अधिकारियों के हाथ में आई है, जिससे विदेशी नेटवर्क का भी खुलासा हुआ है।

भविष्य की कार्रवाई

एनसीबी अधिकारियों का मानना है कि इस जांच से जल्द ही और भी आरोपी गिरफ्तार किए जा सकेंगे। यह मामला न केवल स्थानीय नेटवर्क को बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले ड्रग नेटवर्क की परतें भी खोल सकता है।

व्हाट्सएप और टेलीग्राम के जरिए खुला एमडी ड्रग नेटवर्क, एनसीबी की कार्रवाई में तेजी

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