प्रशांत किशोर की पार्टी से लालू परिवार में दहशत

नई दिल्ली, । जनसुराज के संयोजक और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर 2024 को अपनी राजनीतिक पार्टी की औपचारिक शुरुआत की घोषणा की है। पीके ने कहा है कि उनकी पार्टी 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में मजबूती से उतरेगी और 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा, उन्होंने बिहार में 75 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने का ऐलान कर राजद और कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है।

राजद में चिंता का माहौल

राजद वर्तमान में बिहार की सबसे मजबूत पार्टी है, लेकिन प्रशांत किशोर की चुनाव लड़ने की घोषणा ने लालू की पार्टी को चिंतित कर दिया है। लोकसभा चुनावों के कुछ दिनों पहले राजद के तत्कालीन उपाध्यक्ष अब्दुल माजिद और महासचिव रियाज अंसारी पीके की जनसुराज में शामिल हो गए थे। जनसुराज की मुसलमानों में बढ़ती लोकप्रियता ने राजद को डरा दिया है। राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने जनसुराज को बीजेपी की बी-टीम बताया है और कार्यकर्ताओं से पीके के अभियान में शामिल न होने की अपील की है।

पीके की रणनीति और भविष्य

प्रशांत किशोर ने बिहार के बुनियादी राजनीतिक मुद्दों पर काम करने की बात कही है। उन्होंने बिहार के नेतृत्व में एक नई दृष्टि देने का वादा किया है। उनका कहना है कि बिहार के पुराने नेता अब अपनी राजनीतिक पारी का अंत देख रहे हैं और राज्य को नए नेतृत्व की आवश्यकता है। पीके ने 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को भारी जीत दिलाई थी और अब बिहार की राजनीति में एक नई शुरुआत करने की तैयारी कर रहे हैं।

जनसुराज की बढ़ती लोकप्रियता

प्रशांत किशोर ने जनसुराज यात्रा के माध्यम से 5,000 किमी से अधिक की दूरी तय की है और बिहार के विभिन्न जिलों में पैदल यात्रा की है। उन्होंने बिहार में जाति और धर्म से ऊपर उठकर राजनीति करने का वादा किया है। उनका कहना है कि नीतीश कुमार की जातिगत राजनीति में वे फिट नहीं बैठते हैं और वे एक नया राजनीतिक दृष्टिकोण लेकर आए हैं।

जाति सर्वेक्षण पर हमला

प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार द्वारा किए गए जाति सर्वेक्षण को राजनीतिक स्टंट बताया है। उन्होंने कहा कि नीतीश ने इस विषय पर अपना अभियान चलाया जब वह इंडिया ब्लॉक के साथ थे लेकिन बाद में एनडीए में शामिल हो गए। पीके ने कहा कि चाहे राजद हो या जेडीयू, ये पार्टियां पिछले तीन दशकों से लोगों की आंखों में धूल झोंकती रही हैं।

लालू परिवार पर तीखे हमले

प्रशांत किशोर लगातार लालू यादव और उनके परिवार पर हमले करते रहे हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव को नौवीं फेल नेता कहकर निशाना बनाया है। पीके का कहना है कि बिहार की जनता अब नई दिशा की मांग कर रही है और जनसुराज उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा।

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