अहमदाबाद। सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड को संबोधित करते हुए देश की एकता और विविधता का संदेश दिया। उन्होंने अर्बन नक्सलियों से सतर्क रहने का आह्वान किया, जो लोकतंत्र और संविधान की आड़ में भारत को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल ने भारत की एकता को सबसे बड़ा लक्ष्य बताया था, और इस लक्ष्य को केवल विविधता का सम्मान करके ही प्राप्त किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने आदिवासी नायकों का उदाहरण देते हुए बिरसा मुंडा और अन्य आदिवासी समुदायों की सराहना की, जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ भारत ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है, जो पिछले दस वर्षों के प्रयासों का परिणाम है। लेकिन उन्होंने नए खतरे के रूप में उभर रहे “अर्बन नक्सलवाद” की चेतावनी दी। यह नई विचारधारा संविधान की दुहाई देकर भारतीयों में फूट डालने का काम कर रही है, और इससे सावधान रहना जरूरी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो लोग भारत की एकता को बढ़ावा देते हैं, वे आलोचना का सामना करते हैं, खासकर शहरी नक्सलियों द्वारा। उन्होंने कहा कि आज, यदि कोई ‘हिंद देश के निवासी, सभी जन एक हैं’ जैसा गीत गाता है, तो उसे शहरी नक्सलियों से विरोध का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने जोर दिया कि विविधता का जश्न मनाकर ही भारत की एकता को मजबूत किया जा सकता है।
पीएम मोदी ने देशवासियों से एकता को मजबूत करने और समाज में विभाजन फैलाने वाली ताकतों से सावधान रहने का आग्रह किया।