महाकुंभ में 95 वर्षीय अघोरी बाबा कालपुरुष की भविष्यवाणी: “चिता जलेगी, गंगा रोएगी, और हवा काली हो जाएगी”
प्रयागराज। महाकुंभ के दौरान संगम तट पर मौजूद 95 वर्षीय अघोरी बाबा कालपुरुष की भविष्यवाणियों ने सबका ध्यान खींचा है। बाबा, जिनका चेहरा राख से सना हुआ है और हाथ में इंसानी खोपड़ी रहती है, अपनी रहस्यमयी भविष्यवाणियों और गूढ़ संकेतों के कारण चर्चा में हैं। हिमालय में तपस्या के कारण उनकी आवाज धीमी हो गई है, लेकिन उनकी कही गई बातें गहरी चिंता और रहस्य पैदा करती हैं।
अघोरी बाबा की चौंकाने वाली भविष्यवाणी
अघोरी बाबा कालपुरुष ने कहा, “चिता जलेगी और हवा काली हो जाएगी। गंगा रोएगी और पर्वतीय मैदानों पर तबाही का मंजर दिखेगा।” उनका दावा है कि धरती खुद को बदल रही है, और इस परिवर्तन का प्रभाव नदियों, पर्वतों और मानव सभ्यता पर पड़ेगा।
पानी और आपदाओं पर केंद्रित भविष्यवाणियां
बाबा कालपुरुष की अधिकतर भविष्यवाणियां पानी से जुड़ी हुई हैं। उनका कहना है कि:
“पहाड़ अपना बर्फ छोड़ देंगे।”
धीरे-धीरे नदियों का बहाव बदल जाएगा।
कई मंदिर और शहर डूब जाएंगे।
भविष्य में गंगा और अन्य पवित्र नदियां नए रास्ते खोजेंगी।
“संगम बदल जाएगा”
बाबा का दावा है कि आने वाले वर्षों में संगम स्थल बदल जाएगा। उन्होंने कहा, “जहां आज कुंभ आयोजित हो रहा है, वहां भविष्य में रण का मैदान होगा। नई पीढ़ी संगम को एक नई जगह पर देखेगी।”
युवा पीढ़ी के लिए संदेश
बाबा ने कहा कि नई पीढ़ी वह सब याद रखेगी, जो वर्तमान पीढ़ी भूल चुकी है। उन्होंने संकेत दिए कि भविष्य में लोग हवा, पानी और प्रकृति के संकेतों को समझने लगेंगे।
क्या सच होंगी ये भविष्यवाणियां?
अघोरी बाबा की रहस्यमयी बातें और गहरी भविष्यवाणियां भले ही डरावनी लगें, लेकिन इनमें पर्यावरण और प्राकृतिक बदलावों की सच्चाई छिपी हो सकती है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु उनकी बातों को सुनकर हैरान हैं। बाबा की कई भविष्यवाणियां पहले सच हो चुकी हैं, लेकिन आने वाला समय ही बताएगा कि उनकी ये भविष्यवाणियां कितनी सही साबित होती हैं।