भोपाल। भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज, 7 दिसंबर 2024, ओडिशा के रायरंगपुर में विभिन्न महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की नींव रखी। इन परियोजनाओं में तीन रेल लाइनें—बांगिरिपोसी-गोरुमहिसानी, बुरामारा-चाकुलिया और बादामपहाड़-केंदुझारगढ़, दंडबोस हवाई अड्डा, जनजातीय अनुसंधान और विकास केंद्र, और रायरंगपुर के 100 बिस्तरों वाले उप-मंडल अस्पताल का नया भवन शामिल हैं।
राष्ट्रपति का संबोधन
इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इस भूमि की बेटी होने का गर्व है। उन्होंने भावुक होकर कहा कि उनकी जिम्मेदारियां और व्यस्तताएं कभी भी उन्हें अपनी जन्मभूमि और यहां के लोगों से दूर नहीं कर पाईं। उन्होंने बताया कि उनकी मातृभूमि और यहां के लोगों का प्यार उन्हें हमेशा अपनी ओर खींचता है।
परियोजनाओं से क्षेत्र को होगा लाभ
राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि इन परियोजनाओं से क्षेत्र में विकास को नई दिशा मिलेगी:
1. रेल परियोजनाएं: क्षेत्र में परिवहन, व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देंगी।
2. दंडबोस हवाई अड्डा: हवाई संपर्क से पर्यटन और क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी।
3. 100 बिस्तरों वाला अस्पताल: स्थानीय लोगों को आधुनिक और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
शिक्षा और विकास पर विशेष जोर
राष्ट्रपति ने कहा कि ओडिशा को भारत सरकार के पूर्वोदय दृष्टिकोण का बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्य, पर्यटन और परिवहन सुविधाओं के माध्यम से इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दिया जा रहा है।
एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय:
राष्ट्रपति ने बताया कि ओडिशा में 100 से अधिक नए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय खोले जा रहे हैं, जिनमें से 23 स्कूल मयूरभंज जिले में स्थापित होंगे। इन विद्यालयों से आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी और वे समाज व देश की प्रगति में योगदान दे सकेंगे।
पूर्वोदय दृष्टिकोण से ओडिशा को मिल रहा लाभ
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि भारत सरकार की योजनाएं इस क्षेत्र के विकास में तेजी ला रही हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि नई परियोजनाएं ओडिशा के आर्थिक और सामाजिक विकास को और मजबूती प्रदान करेंगी।