नई दिल्ली। कद्दू के बीज, जिसे पम्पकिन सीड्स भी कहा जाता है, में अत्यधिक मात्रा में गुड फैट्स, मैग्नीशियम, और अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। ये बीज स्वास्थ्य के लिए एक अनमोल खजाना साबित होते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, कद्दू के बीजों में पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड, सेलेनियम, और बीटा कैरोटीन जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं।
ये तत्व शरीर की कोशिकाओं को मुक्त कणों से बचाते हैं और विभिन्न बीमारियों के खतरे को कम करते हैं। कद्दू के बीज आयरन का प्रमुख स्रोत भी हैं; एक कप कद्दू के बीज में लगभग 9.52 मिलीग्राम आयरन होता है। जबकि प्रीमेनोपॉज़ल महिलाओं के लिए आयरन की सिफारिश 18 मिलीग्राम और रजोनिवृत्ति के बाद के लिए 8 मिलीग्राम है। इन बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स, मैग्नीशियम, और जिंक भी प्रचुर मात्रा में होते हैं।
इन पोषक तत्वों के कारण, कद्दू के बीज दिल के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सुबह खाली पेट कद्दू के बीजों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल स्तर नियंत्रित रहता है और ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है। इन बीजों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने और शरीर के मेटाबॉलिज्म को स्थिर बनाए रखने में मदद करते हैं। कद्दू के बीज कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में भी सहायक होते हैं, क्योंकि इनमें उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को सुधारता है।
इसके अलावा, ये बीज महिलाओं में खून की कमी को पूरा करने में भी सहायक होते हैं। कद्दू के बीजों को नाश्ते में, सलाद में, या घर के बने ग्रेनोला में शामिल किया जा सकता है। इन्हें रोस्ट कर के भी खा सकते हैं, जो स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है। अगली बार जब आप कद्दू खरीदें, तो उसके बीजों को नजरअंदाज न करें। उन्हें घर लाएं, सुखाएं और रोस्ट कर के खाएं। इन बीजों की आयरन की उच्च मात्रा एनीमिया की संभावना को भी कम करती है। इसके अलावा, कद्दू के बीजों में फ्लेवोनॉइड्स और फेनोलिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो त्वचा और शरीर के लिए लाभकारी हैं।