भोपाल: भारतीय रेलवे ने पिछले दशक में भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई है, और इस दौरान 5 लाख से अधिक रिक्तियों को भर लिया गया है। रेलवे के परिचालन और कार्यात्मक आवश्यकताओं के लिए रिक्त पदों को भरा जा रहा है। इसके अलावा, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अस्थायी रूप से पुनः कार्य पर लगाया जा रहा है, ताकि विकासात्मक कार्यों और अन्य जिम्मेदारियों की प्रगति में कोई रुकावट न आए।
रेलवे भर्ती में अभूतपूर्व सफलता:
कोविड महामारी के बाद 2020-2022 के बीच दो प्रमुख रेलवे भर्ती परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की गईं, जिनमें 2.37 करोड़ से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया। इन परीक्षाओं के परिणामस्वरूप 130581 नए कर्मचारी रेलवे में भर्ती हुए। रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षाएं बेहद तकनीकी होती हैं, और इसके लिए संसाधनों और कर्मियों की बड़ी संख्या की आवश्यकता होती है, जिसे रेलवे ने कुशलतापूर्वक संभाला। इस दौरान कोई भी पेपर लीक या गड़बड़ी की घटना नहीं हुई, जिससे भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और विश्वसनीयता को बढ़ावा मिला।
रेलवे भर्ती का इतिहास:
भारतीय रेलवे में पिछले दशकों में हुई भर्तियों का विवरण इस प्रकार है:
- 2004-2014 के दौरान 4.11 लाख भर्तियां की गईं।
- 2014-2024 के दौरान 5.02 लाख भर्तियां की गईं।
2024 से वार्षिक कैलेंडर की शुरुआत:
रेल मंत्रालय ने 2024 से वार्षिक भर्ती कैलेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू की है, जिससे उम्मीदवारों को कई फायदे मिलेंगे:
- अधिक अवसर प्रदान किए जाएंगे।
- हर साल पात्र उम्मीदवारों को भर्ती का अवसर मिलेगा।
- परीक्षा की तारीखों की निश्चितता होगी।
- भर्ती प्रक्रिया में तेजी आएगी, जिससे चयनित उम्मीदवारों को समय पर प्रशिक्षण और नियुक्ति मिल सकेगी।
2024 में कुल 92,116 रिक्तियां:
2024 के दौरान 92,116 रिक्तियों के लिए दस केंद्रीकृत रोजगार सूचनाएं (सीईएन) जारी की गई हैं, जिनमें सहायक लोको पायलट, तकनीशियन, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) में कांस्टेबल, जूनियर इंजीनियर, पैरामेडिकल श्रेणियां, और अन्य पद शामिल हैं। इन पदों के लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) 25 नवंबर 2024 से 30 दिसंबर 2024 के बीच आयोजित की जाएगी।
सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पुनर्नियुक्ति:
कभी-कभी, रिक्तियों की तात्कालिक पूर्ति के लिए सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनकी योग्यता और अनुभव के आधार पर अस्थायी रूप से पुनः कार्य पर लिया जाता है। यह कदम सुनिश्चित करता है कि विकासात्मक और अन्य कार्यों में कोई विघ्न न आए।
रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में इस भर्ती प्रक्रिया की जानकारी दी और इसे रेलवे की कार्यक्षमता और गति को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।