लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा मोड़ आया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 69000 प्राइमरी टीचर्स की भर्ती की मेरिट लिस्ट को रद्द कर दिया है। कोर्ट ने पाया कि भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण के नियमों का पालन नहीं किया गया था, जो अभ्यर्थियों के आरोपों को सही साबित करता है।
यह फैसला यूपी की सियासत में तूफान की तरह उभरा है, जिससे प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।