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संभल में तनाव: जामा मस्जिद में खोदाई की अफवाह से भड़की भीड़, पुलिस बेकाबू हालात के आगे मजबूर

संभल । रविवार सुबह संभल का जामा मस्जिद इलाका अफवाहों के कारण उग्र हो गया। खबर फैल गई कि सर्वे टीम मस्जिद के अंदर खोदाई कर रही है। इसके बाद आसपास के मोहल्लों से बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। देखते ही देखते स्थिति बेकाबू हो गई और भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने उठाए कदम
हालात संभालने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन भीड़ शांत नहीं हुई। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने भीड़ पर फायरिंग भी की। इस बीच, सुबह 9 बजे पुलिस ने घेराबंदी कर सर्वे टीम को सुरक्षित बाहर निकाला और थाने तक पहुंचाया।

तीन लोगों की मौत, शहर में सन्नाटा
इस हिंसक घटना में तीन लोगों की जान चली गई, जबकि संभल एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई समेत कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग घायल हो गए। घटना के बाद शहर भर में डर का माहौल बन गया। बाजार बंद हो गए और सड़कों पर केवल पुलिस के वाहन ही नजर आए।

क्या है जामा मस्जिद विवाद?
संभल के चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि जामा मस्जिद का निर्माण एक पुराने हरिहर मंदिर को तोड़कर किया गया था। उन्होंने इसे साबित करने के लिए सर्वे की मांग की थी। कोर्ट ने 19 नवंबर को कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर मस्जिद का सर्वे शुरू कराया। रविवार को दूसरे दौर का सर्वे चल रहा था, जब यह हिंसा भड़क गई।

शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
घटना के बाद जामा मस्जिद और आसपास के इलाकों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने अगले आदेश तक कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। कोर्ट कमिश्नर 29 नवंबर को अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे।

निष्कर्ष:
संभल की यह घटना धार्मिक विवादों और अफवाहों से उत्पन्न तनाव का उदाहरण है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए सख्त कदम उठाए हैं, लेकिन जामा मस्जिद के विवाद का समाधान कोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा।

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