हिमाचल के कुल्लू में कांपी धरती, 3.0 रही भूकंप की तीव्रता

कुल्लू(ईएमएस)। हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील जोन चार व पांच में शामिल है। भूविज्ञानी इस पर्वतीय राज्य में बड़े स्तर का भूकंप आने की आशंका जता चुके हैं। वर्ष 1905 में कांगड़ा और चम्बा जिलों में आए विनाशकारी भूकंप में 10 हजार से अधिक लोग मारे गए थे। कुल्लू में शुक्रवार तड़के धरती हिलने से लोग दहशत में आ गए। हलांकि, जिस वक्त भूकंप आया उस वक्त अधिकतर लोग अपने घरों में सोए हुए थे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने बताया कि शुक्रवार सुबह हिमाचल के कुल्लू में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.0 दर्ज की गई। एनसीएस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर बताया कि कुल्लू में शुक्रवार की अलसुबह 3:40 बजे भूकंप आया। भूकंप का केंद्र अक्षांश 31.48 एन और देशांतर 77.53 ई पर स्थित था। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर मापी गई। भूकंप के चलते अभी तक किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं है। गौरतलब है कि नए साल की शुरुआत में अब तक कई बार हिमाचल प्रदेश की धरती पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। हिमाचल में जल्दी-जल्दी भूकंप आने से लोग दहशत में हैं। हालांकि हर बार भूकंप की तीव्रता कम रहने से जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है।

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