पूना। ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पुणे नगर निगम (PMC) ने उनके बानेर स्थित घर के बाहर अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर से कार्रवाई की है। पीएमसी ने उनके बंगले से सटे फुटपाथ पर लगे पेड़-पौधे और अन्य अतिक्रमण को हटा दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खेडकर परिवार ने फुटपाथ पर पेड़-पौधे लगाकर कब्जा कर रखा था। पीएमसी ने उन्हें पहले नोटिस भी दिया था, लेकिन उन्होंने उसका कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद पीएमसी ने बुलडोजर से कार्रवाई की।
दिव्यांगता प्रमाण पत्र पर उठे सवाल
पूजा खेडकर के दिव्यांगता प्रमाण पत्र को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। प्रमाण पत्र में दिए गए पते में गड़बड़ी की बात सामने आई है। उनके घर के पते की जगह फैक्ट्री का पता दिया गया है। जमा किए गए दस्तावेजों पर भी सवाल उठे हैं, जिनमें आधार कार्ड की जगह राशन कार्ड जमा करने की बात सामने आई है।
दिव्यांगता लाभ के लिए घोषित आय को लेकर भी संदेह जताया जा रहा है। पूजा खेडकर ने अपनी सालाना आय 5 लाख रुपये बताई है, जबकि जांच में पता चला है कि उन्हें सिर्फ 7 प्रतिशत दिव्यांगता है, जबकि सरकारी लाभ के लिए 40 प्रतिशत दिव्यांगता जरूरी है। इन खुलासों के बाद, राज्य दिव्यांग आयुक्त ने जिला कलेक्टर और पुणे पुलिस आयुक्त से मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अगर धोखाधड़ी साबित होती है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पूजा खेडकर ने आरोपों को बताया गलत
पूजा खेडकर ने उन पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगी और जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसे स्वीकार करेंगी। उन्होंने अपने घर पर महिला पुलिसकर्मियों को बुलाया था। पत्रकारों ने उनसे इस बारे में सवाल किए तो उन्होंने कहा, “मैंने पुलिस को अपने घर पर बुलाया था, ना कि पुलिस मेरे घर पर खुद आई थी। इसलिए, मेरी आप लोगों से अपील है कि पहले अपने बयान को ठीक करें। इसके बाद ही इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करें।”
इस बीच, पूजा खेडकर ने पत्रकारों से अपील करते हुए कहा, “मेहरबानी कर आप लोग इस संबंध में कोई भी झूठी खबर मत फैलाइए। अगर आप ऐसा करेंगे, तो आम लोगों के बीच गलत सूचना फैलेगी और लोग दिग्भ्रमित होंगे। इसलिए, मेरी आप लोगों से गुजारिश है कि आप ऐसा मत कीजिए।”