*उदयपुर, राजस्थान।** उदयपुर में दो नाबालिग लड़कों की आपसी लड़ाई के बाद एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक लड़के ने दूसरे को चाकू से घायल कर दिया, जिसके बाद प्रशासन ने दोषी लड़के के घर पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई इस वजह से और विवादास्पद हो गई क्योंकि दोषी लड़का मुस्लिम समुदाय से था।
लेकिन इसी क्षेत्र में हुई एक और गंभीर घटना ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक दलित व्यक्ति का सिर एक राजपूत व्यक्ति ने तलवार से धड़ से अलग कर दिया, लेकिन इस घटना के बाद किसी भी प्रकार की बुलडोजर कार्रवाई नहीं की गई।
इस दोहरे मापदंड से लोग आक्रोशित हैं और यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या बुलडोजर की कार्रवाई केवल धर्म के आधार पर की जा रही है? क्या यह राजनीति के तहत मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने की कोशिश है?