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वंदे भारत: लंबी दूरी के यात्रियों को जल्द मिलेगा विश्व स्तरीय रेल यात्रा अनुभव

भोपाल। भारतीय रेलवे ने देश में लंबी दूरी के यात्रियों को तेज, सुरक्षित और विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के कोटा डिवीजन में सफल परीक्षणों के दौरान ट्रेन ने 180 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति प्राप्त की। यह नई पहल न केवल यात्रा को आरामदायक बनाएगी, बल्कि समय की बचत भी करेगी।

तेज गति और आराम का संगम

रेलवे के अनुसार, वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के परीक्षण जनवरी 2025 के अंत तक जारी रहेंगे। इन ट्रेनों को आधुनिक सुविधाओं जैसे स्वचालित दरवाजे, आरामदायक बर्थ, ऑनबोर्ड वाई-फाई और विमान जैसी डिज़ाइन के साथ तैयार किया गया है।
हाल ही में कोटा डिवीजन में किए गए परीक्षणों में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने 180 किमी/घंटा की गति पर स्थिरता का प्रदर्शन किया। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने परीक्षण का वीडियो साझा किया, जिसमें चलती ट्रेन के अंदर पानी का गिलास बिना हिले स्थिर देखा गया। यह वीडियो हाई-स्पीड यात्रा के दौरान ट्रेन की स्थिरता को दर्शाता है।

प्रमुख परीक्षण और उपलब्धियां

2 जनवरी 2025: रोहल खुर्द से कोटा के बीच 40 किमी के ट्रायल रन में 180 किमी/घंटा की गति।

4 जनवरी 2025: कोटा-लबान सेक्शन में 30 किमी के ट्रायल में भी अधिकतम गति।

अन्य ट्रायल्स में 160-170 किमी/घंटा की गति पर प्रदर्शन।


इन परीक्षणों की निगरानी अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) लखनऊ द्वारा की जा रही है। सफल परीक्षणों के बाद रेलवे सुरक्षा आयुक्त द्वारा इसकी अंतिम स्वीकृति दी जाएगी।

लंबी दूरी के यात्रियों के लिए नया युग

वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें कश्मीर से कन्याकुमारी, दिल्ली से मुंबई, और हावड़ा से चेन्नई जैसे लंबी दूरी के मार्गों पर यात्रियों को तेज़ और आरामदायक अनुभव देंगी। इन ट्रेनों के शुरू होने से यात्रियों का यात्रा समय काफी कम हो जाएगा।
वर्तमान में, दिल्ली-मुंबई मार्ग पर तेजस राजधानी एक्सप्रेस की अधिकतम गति 140 किमी/घंटा है। वंदे भारत ट्रेनें इस सीमा को पार करते हुए यात्रा में क्रांति लाने के लिए तैयार हैं।

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