Opinion

तत्कालीन निगमायुक्त, अपर आयुक्त सहित कई बड़े बड़े अफसर शामिल हैं करोड़ों के घोटाले में, अभय राठौर की पत्नी ने दिया कोर्ट में शपथ पत्र


इन्दौर । नगर निगम इन्दौर में उजागर हुए करोड़ के फर्जी बिल घोटाले के किंग पिन अभय राठौर की पत्नी ने कोर्ट में दिए शपथ पत्र में कहा है कि मेरे पति को फंसाया गया है जबकि निगम में हुए इस करोड़ों के घोटाले के असल अपराधी कोई और ही है। अपने शपथ पत्र में अभय राठौर की पत्नी ने निगम में उच्च पदों पर पदस्थ रहे कई अधिकारियों के नामों का जिक्र करते आरोप लगाया है कि घोटाला इनकी शह पर ही हुआ है, लेकिन मेरे पति को ही आरोपी बनाकर पेश किया गया है। उन्होंने मेयर इन काउंसिल और प्रेसीडेंट इन काउंसिल के वित्तीय अधिकारों संबंधी नियम 5 का हवाला देकर बताया कि 2 करोड़ के कार्यों की स्वीकृति व भुगतान के अधिकार अपरआयुक्त को हैं और 2 करोड़ से ऊपर के भुगतानों में अपर आयुक्त रहे तत्कालीन अधिकारियों ने ही बिलों को लेखा शाखा से पास करवाया है। इसके बाद अभय राठौर की पत्नी ने शपथ पत्र में कोर्ट से सवाल पूछा कि जब ऐसा हे तो मेरे पति दोषी कैसे हो सकते हैं? उन्होंने मांग की कि इसकी निष्पक्ष जांच की जाना चाहिए। अभय राठौर की पत्नी ने कई फर्मों के नामों का जिक्र भी अपने शपथ पत्र में करते उन्हें करोड़ों के भुगतान की राशियों का भी उल्लेख कर बड़े अफसरों पर सवालिया निशान लगाते कहा है कि इस घोटालें में लगी फाइलों, बिलों की कॉपियों से स्पष्ट होता है कि तत्कालीन निगमायुक्त, तत्कालीन अपर आयुक्त के सुपर विजन में ही करोड़ों के बिल पास किए गए हैं। इसलिए सिर्फ मेरे पति ही इस घोटाले के मास्टरमाइंड कैसे हो सकते हैं। यही नहीं अभय राठौर की पत्नी ने अपने शपथ पत्र में घोटाले की पहली एफआईआर दर्ज करवाने वाले सुनील गुप्ता पर भी संगीन आरोप लगाया है कि उसी ने घोटाले का करोड़ों रुपया अधिकारियों तक पहुंचाया व खुद भी रखा। बता दें कि मामले में गिरफ्तार अभय राठौर की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है और उसके लिए ही उसकी पत्नी ने यह शपथ पत्र को कोर्ट में दाखिल किया है।

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