Wife Run Away With Boyfriend: शौक पूरा करने पत्नी ने 10 लाख रुपए में बिकवा दी पति की किडनी, पैसे नगदी लेकर आते ही आशिक के साथ हो गई फरार
पत्नी ने बिकवा दी पति की किडनी
10 लाख रुपए लेकर फरार हुई पत्नी
लंबे समय से चल रहा था अफेयर
Wife Run Away With Boyfriend: शौक पूरा करने पत्नी ने 10 लाख रुपए में बिकवा दी पति की किडनी, पैसे नगदी लेकर आते ही आशिक के साथ हो गई फरार
कोलकाता: Wife Run Away With Boyfriend पश्चिम बंगाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसे जानकर हर कोई हैरान है। लेकिन इससे पहले आपको एक पुराना मामला याद दिलाता हूं, जो उत्तर प्रदेश का है। उत्तर प्रदेश की एसडीए ज्योति मौर्य तो आपको याद ही होगी, जिसने अधिकारी बनते ही अपने पति को छोड़ दिया था। जबकि पति ने दिन रात मेहनत करके पत्नी को पीसीएस की तैयारी करवाया था। आज जो घटना हम आपको बताने जा रहे हैं वो भी कुछ ऐसा ही है, लेकिन इस घटना में पत्नी दो कदम आगे निकली। तो चलिए बताते हैं क्या है पूरा मामला?
Wife Run Away With Boyfriend मिली जानकारी के अनुसार महिला ने अपनी बेटी की शिक्षा और शादी के लिए पैसे जुटाने के लिए पति पर दबाव डाला था। काफी महीनों मना करने के बाद आखिरकार पति अपनी किडनी बेचने के लिए तैयार हो गया। फिर एक साल ढूढ़ने के बाद उसे अपनी किडनी का एक खरीददार मिल गया। व्यक्ति ने यह सोचते हुए अपनी किडनी बेच दी कि इससे उसकी बेटी और उसके परिवार की आर्थिक रूप से मदद होगी। लेकिन वह अपनी पत्नी के गलत इरादों से बेखबर था। किडनी बेचकर जैसे ही पति के पास 10 लाख रुपए आए। महिला नकदी को लेकर अपने प्रेमी के साथ भाग गई।
पति अपने परिवार को किडनी बेचकर गरीबी से निकालने की योजना बना रहा है था। लेकिन उसकी पत्नी अपने भविष्य को लेकर कुछ और ही योजना बना चुकी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला बैरकपुर के रहने वाले एक चित्रकार से फेसबुक पर मिली थी। इसके बाद यह दोनों रिलेशनशिप में आ गए।
पत्नी के भागने के बाद पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को ढूंढ निकाला। इसके बाद पति अपनी 10 साल की बेटी को लेकर बैरकपुर पहुंचा लेकिन महिला ने घर के दरवाजे खोलने से ही इनकार कर दिया। महिला ने अपने पति को धमकी देते हुए कहा कि उसे जो समझ में आए वह वो कर ले। महिला ने कहा कि वह जल्दी ही उसे तलाक देगी।पति लगातार पूरे परिवार और अपनी बेटी के साथ उससे मिन्नतें करता रहा लेकिन महिला का दिल नहीं पसीजा। वह उनसे बात तक करने के लिए घर से बाहर नहीं निकली। भारत में मानव अंगों की बिक्री 1994 से ही एक कानून के तहत अवैध है। लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि दानदाताओं की कमी के कारण मानवीय अंगों की बिक्री लगातार जारी है।