नई दिल्ली: सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान के तीन सांसद भाजपा के संपर्क में हैं, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। चिराग पासवान, जो मोदी सरकार का हिस्सा रहते हुए भी कई मुद्दों पर अपनी ही सरकार का विरोध कर चुके हैं, अब सवालों के घेरे में हैं।
क्या ये संकेत है कि ऑपरेशन लोटस अंदर ही अंदर चल रहा है? क्या चिराग पासवान का हाल भी उनके चाचा रामविलास पासवान जैसा होने वाला है? ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा जल्द ही पासवान की पार्टी में सेंध लगाने की कोशिश कर सकती है, जिससे बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है।