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मंत्रियों और विधायकों से टैक्स भरवाने वाली सरकार को फिजूलखर्ची पर रोक लगानी चाहिए: जीतू पटवारी



भोपाल,। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार की नई नीति पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि अब मंत्रियों और विधायकों को अपने टैक्स खुद भरने होंगे, जबकि पहले ये टैक्स सरकार द्वारा भरे जाते थे। उन्होंने इसे दिखावटी कदम बताते हुए कहा कि भाजपा इसे संवेदनशीलता के रूप में पेश कर रही है, लेकिन क्या शिवराज सिंह की सरकार पहले संवेदनशील नहीं थी?

पटवारी ने तंज कसते हुए कहा कि मंत्री और विधायक हमेशा से टैक्स भरने में सक्षम रहे हैं। यह निर्णय केवल जनता के सामने एक शोशा है। सरकार मंत्रियों और विधायकों की अकूत संपत्ति का हिसाब तो ले सकती है, लेकिन 50 प्रतिशत कमीशन के रूप में कुख्यात रही इस सरकार से यह उम्मीद करना कि वह काली कमाई और भ्रष्टाचार का सही तरीके से हिसाब लेगी, व्यर्थ है।

उन्होंने सरकार को सुझाव दिया कि फिजूलखर्ची पर रोक लगाई जाए, जिसमें हवाई जहाज, शासकीय बंगलों की सजावट और लग्जरी गाड़ियों की खरीद शामिल है। पटवारी ने कहा कि सरकार को चुनाव के समय किए गए वादों को पूरा करना चाहिए, जिसमें महिलाओं को 3000 रुपये महीने, 450 रुपये में गैस सिलेंडर, और किसानों को गेहूं और धान के 2700 और 3100 रुपये समर्थन मूल्य देने की घोषणाएं शामिल हैं।

टैक्स नीति की आलोचना:
– जीतू पटवारी ने कहा कि पहले सरकार मंत्रियों और विधायकों के टैक्स भरती थी।
– अब सरकार ने तय किया है कि ये टैक्स खुद मंत्रियों और विधायकों को भरना होगा।
– भाजपा इसे संवेदनशीलता के रूप में प्रस्तुत कर रही है, जबकि सच्चाई कुछ और है।

फिजूलखर्ची पर रोक की मांग:
– पटवारी ने कहा कि सरकार को हवाई जहाज, बंगलों की सजावट और लग्जरी गाड़ियों पर खर्च रोकना चाहिए।
– चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करना चाहिए।

चुनाव वादों की याद दिलाई:
– महिलाओं को 3000 रुपये महीना।
– 450 रुपये में गैस सिलेंडर।
– किसानों को गेहूं और धान के 2700 और 3100 रुपये समर्थन मूल्य देने का वादा।

जीतू पटवारी का यह बयान सरकार की नीतियों पर एक गंभीर सवाल खड़ा करता है और जनता के हित में लिए गए निर्णयों की हकीकत को उजागर करता है।

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