ऑकलैंड: ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के दो-वर्षीय प्रारूप को अन्य क्रिकेट प्रतियोगिताओं से अलग बताते हुए इसकी प्रशंसा की। लियोन के अनुसार, डब्ल्यूटीसी में टीमों को लंबे समय तक लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन करना होता है, जो इसे विशेष बनाता है।
लियोन ने कहा, “यह केवल एक टूर्नामेंट नहीं है। आप सेमीफाइनल में पहुंचकर दो मैच हारकर नहीं रह सकते। आपको पूरे चक्र के दौरान लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा।”
उन्होंने सुझाव दिया कि डब्ल्यूटीसी के फाइनल को तीन मैचों की श्रृंखला में बदलना बेहतर हो सकता है। “यह बेहतर होगा क्योंकि इससे टीमों को अपने दबदबे को साबित करने का मौका मिलेगा,” उन्होंने कहा। लियोन ने इंग्लैंड, भारत और ऑस्ट्रेलिया में मैचों के संभावित आयोजन पर भी विचार किया।
उन्होंने डब्ल्यूटीसी के प्रारूप को व्यक्तिगत श्रृंखलाओं में डेड रबर की संभावना को समाप्त करने वाला बताया, जिससे हर मैच महत्वपूर्ण और प्रतिस्पर्धी बना रहता है। लियोन ने इसे टेस्ट क्रिकेट का विश्व कप करार दिया, जिसमें टीमों को कई मुकाबले खेलने पड़ते हैं।
डब्ल्यूटीसी की चुनौती और इसकी संरचना ने इसे टेस्ट क्रिकेट के प्रेमियों के लिए एक अनूठा और रोमांचक अनुभव बना दिया है।