भोपाल। भारतीय रेलवे के आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाते हुए पश्चिम मध्य रेलवे, भोपाल मंडल के इटारसी इलेक्ट्रिक लोको शेड के इंजीनियरों ने स्पीडोमीटर मदरबोर्ड की सफल मरम्मत कर लाखों रुपये की बचत की है।
इन-हाउस समाधान से रेलवे को बड़ा आर्थिक लाभ
स्पीडोमीटर मदरबोर्ड के 65 यूनिट खराब हुए थे, जिनमें 55 AAL मेक और 10 Laxven मेक शामिल थे। बाजार में AAL मेक मदरबोर्ड की कीमत ₹18,685 और Laxven मेक की कीमत ₹29,500 प्रति यूनिट थी। नई खरीदारी के बजाय रेलवे इंजीनियरों ने खुद मरम्मत कर ₹13,22,675/- की बचत की।
तकनीकी टीम ने किया बेहतरीन कार्य
इस पहल को सफल बनाने में इटारसी इलेक्ट्रिक लोको शेड की E-5 सेक्शन टीम एसएसई दीपक यादव,जेई अनुराग बढ़खने, टेक्निशियन-I नितिन पटेल,टेक्निशियन-II धर्मेंद्र चौरे ने अहम भूमिका निभाई।
रेलवे अधिकारियों ने की सराहना
वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (कर्षण चल स्टॉक) नीरज कुमार शर्मा ने इसे रेलवे की तकनीकी दक्षता और आत्मनिर्भरता की मिसाल बताया। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने कहा कि यह प्रयास तकनीकी नवाचार और कर्तव्यनिष्ठा का उत्कृष्ट उदाहरण है।
रेलवे इंजीनियरों की बड़ी सफलता: खराब मदरबोर्ड की मरम्मत कर बचाए 13 लाख रुपए
