भोपाल। थाना बिलखिरिया में 11 लाख रुपये की मैगी चोरी मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मामले में चोरी की मैगी छिपाने और बेचने वाले कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
मामला कैसे सामने आया?
दिनांक 17 दिसंबर 2024 को शब्बीर खान ने थाना बिलखिरिया में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शब्बीर ने बताया कि उनकी गाड़ी (नंबर MP-04-HE-3037) में ड्राइवर रहीश मियां ने 1661 कार्टन मैगी गुजरात से उड़ीसा ले जाने के लिए लोड किए थे। लेकिन रहीश ने गाड़ी को भोपाल ले आकर माल गायब कर दिया।
फास्टैग की जानकारी से पता चला कि गाड़ी भोपाल में थी। 4 दिसंबर 2024 को गाड़ी को ट्रांसपोर्ट नगर, कोकता में बरामद किया गया, लेकिन मैगी गायब थी। पुलिस ने मामले में रहीश मियां के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियां
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा ने 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया। पुलिस ने तकनीकी जांच और मुखबिरों की मदद से कई स्थानों पर छापेमारी की।
मुख्य गिरफ्तारियां और बरामदगी:
1. सोनू उर्फ हितेश मोईनानी: बैरागढ़ में तीन गोदामों से 1411 सील बंद मैगी के कार्टन बरामद हुए।
2. कमलेश गौर: आरोपी ने बताया कि ड्राइवर रहीश ने उसे यह माल 10 लाख रुपये में बेचा था।
3. सूरज किशवानी: चोरी की मैगी छिपाने के एवज में 5,000 रुपये लेने का आरोप।
4. जयप्रकाश साहू: LN वेयरहाउस, कल्याणपुर के मालिक का बेटा, जिसने मैगी छिपाने में मदद की।
बरामद सामान:
1411 कार्टन मैगी, जिसकी कीमत करीब 13 लाख रुपये।
घटना में प्रयुक्त FIGO कार (MP-04-EC-1067) और मैस्ट्रो स्कूटी (MP-04-UC-6198)।
1,70,000 रुपये नकद।
मामले में आगे की कार्रवाई
पुलिस अब भी फरार आरोपी रहीश मियां और अन्य सहयोगियों की तलाश में जुटी है।
सराहनीय कार्य
पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा के मार्गदर्शन में एसडीओपी प्रिया सिंधी और थाना प्रभारी उमेश सिंह चौहान के नेतृत्व में यह कार्रवाई सफल हुई। टीम में सायबर सेल और अन्य अधिकारियों ने भी सराहनीय भूमिका निभाई।