कटनी । जिले के माधवनगर थाना क्षेत्र में अवैध उत्खनन का मामला फिर से सामने आया है। इस बार बंद पड़ी खदानों में आधी रात के समय खनन माफिया जेसीबी मशीनों और डंपरों के जरिए बॉक्साइट का अवैध उत्खनन कर रहे हैं। क्षेत्र के रहवासियों का कहना है कि खनन के दौरान रातभर मशीनों की गर्जना और डंपरों का शोर उन्हें सोने नहीं देता।
थाने और पुलिस आवास के पास हो रहा उत्खनन
चौंकाने वाली बात यह है कि यह अवैध खनन पुलिस थाने और पुलिसकर्मियों के आवासों के नजदीक हो रहा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पुलिस कर्मियों के परिवार भी खनन से होने वाले शोर से परेशान हैं। इसके बावजूद प्रशासन और पुलिस की ओर से इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।
राजनीतिक प्रभाव के चलते चुप्पी?
मामले की जानकारी स्थानीय खनिज अधिकारियों और पुलिस को भी है, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो रही। जिले में अवैध खनन कोई नई बात नहीं है। रेत, पत्थर और अब बॉक्साइट—हर खनिज के अवैध उत्खनन के मामले यहां अक्सर चर्चा में रहते हैं।
एडिशनल एसपी का बयान
इस मुद्दे पर एडिशनल एसपी संतोषी डहरिया ने कहा, “मामले की जानकारी हमें अभी मिली है। जल्द ही जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय प्रशासन पर सवाल
जब थाने के पीछे ही अवैध खनन हो रहा है, तो अन्य इलाकों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस घटना ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या राजनीतिक दबाव और अधिकारियों की लापरवाही के कारण कटनी जिले में अवैध खनन यूं ही चलता रहेगा?
यह मामला जिला प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी पर सवाल खड़ा करता है। अवैध खनन से न केवल प्राकृतिक संपदा को नुकसान हो रहा है, बल्कि आम जनता भी परेशान है। प्रशासन की निष्क्रियता इस समस्या को और गंभीर बना रही है।