भोपाल । एम्स भोपाल में एसोसिएशन ऑफ कोलन एंड रेक्टल सर्जन्स ऑफ इंडिया (ACRSI) का 28वां इंस्ट्रक्शनल कोर्स और फेलोशिप ऑफ द एसोसिएशन ऑफ कोलोन एंड रेक्टल सर्जन्स ऑफ इंडिया (FACRSI) परीक्षा 2 अप्रैल से 6 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जाएगी। यह कार्यक्रम एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में जनरल सर्जरी विभाग द्वारा आयोजित किया जाएगा। यह कोर्स कोलोरेक्टल सर्जरी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और उपचार विधियों पर आधारित होगा, जिसमें तीन दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम का उद्देश्य और कोर्स संरचना
इस इंस्ट्रक्शनल कोर्स का मुख्य उद्देश्य कोलोरेक्टल सर्जरी के क्षेत्र में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना और नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी साझा करना है। कोर्स के पहले दिन सर्जिकल स्टेपलर्स पर कार्यशाला होगी, दूसरे दिन स्टोमा एप्लायंसेज पर और तीसरे दिन प्रोक्टोलॉजी में लेजर के उपयोग पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इन सत्रों में देश-विदेश के प्रसिद्ध कोलोरेक्टल सर्जन्स और विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा। यह कार्यशालाएं चिकित्सकों को कोलोरेक्टल सर्जरी में नवीनतम उपचार विधियों और तकनीकी कौशल में दक्षता हासिल करने का अवसर प्रदान करेंगी।
कोलोरेक्टल सर्जरी का महत्व
कोलोरेक्टल सर्जन्स वे विशेषज्ञ होते हैं जो बड़ी आंत (कोलन), मलाशय (रेक्टम) और गुदा (एनस) से जुड़ी बीमारियों का निदान और इलाज करते हैं। इन सर्जन्स का कार्य जीवन-रक्षक हो सकता है, क्योंकि कोलोरेक्टल बीमारियाँ जैसे कैंसर, अल्सरेटिव कोलाइटिस और क्रोनिक डिजीज को सर्जिकल उपचार की आवश्यकता होती है।
एफएसीआरएसआई परीक्षा प्रक्रिया
इंस्ट्रक्शनल कोर्स के बाद, एसीआरएसआई फैलोशिप प्राप्त करने के इच्छुक उम्मीदवारों को एक कड़ी परीक्षा प्रक्रिया से गुजरना होगा।
पहले दिन उम्मीदवारों का मूल्यांकन बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs), लघु और विस्तृत उत्तर वाले प्रश्नों और टेबल वाइवा के माध्यम से किया जाएगा।
दूसरे दिन परीक्षा के दौरान, उम्मीदवारों का मूल्यांकन दो लघु केस स्टडी और एक विस्तृत केस स्टडी के माध्यम से किया जाएगा।
इस परीक्षा का उद्देश्य कोलोरेक्टल सर्जरी के क्षेत्र में उच्चतम स्तर की विशेषज्ञता सुनिश्चित करना है और सर्जनों को उनके कौशल का प्रमाणपत्र प्रदान करना है।
प्रो. (डॉ.) अजय सिंह का वक्तव्य
इस कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा,
“इस प्रतिष्ठित कोर्स और परीक्षा की मेज़बानी करना हमारी चिकित्सा शिक्षा और सर्जिकल विशेषज्ञता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ऐसे कार्यक्रम न केवल डॉक्टरों को नवीनतम तकनीकों की जानकारी देते हैं, बल्कि मरीजों को बेहतर इलाज प्रदान करने की दिशा में भी सहायक होते हैं।”
एम्स भोपाल की प्रतिबद्धता
एम्स भोपाल चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रतिबद्ध है। यह कार्यक्रम कोलोरेक्टल सर्जरी के क्षेत्र में ज्ञान और कौशल के आदान-प्रदान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल सर्जनों के लिए शिक्षा का एक महत्वपूर्ण अवसर हैं, बल्कि स्वास्थ्य देखभाल के स्तर को भी बढ़ाते हैं, जिससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
समापन
यह कोर्स और परीक्षा कोलोरेक्टल सर्जरी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और उपचार विधियों को लागू करने और सर्जिकल विशेषज्ञता को बढ़ाने का एक अवसर प्रदान करता है। यह कार्यक्रम भारत के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में से एक, एम्स भोपाल, द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जो चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता के लिए प्रसिद्ध है।
एम्स भोपाल में होगा एसोसिएशन ऑफ कोलन एंड रेक्टल सर्जन्स ऑफ इंडिया का 28वां इंस्ट्रक्शनल कोर्स और एफएसीआरएसआई परीक्षा
