भोपाल/आगरा । एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में यूपी एएसएसओपीआईसीओएन (UP ASSOPICON) 2026 के तहत सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज, आगरा में “माइंड एंड हार्ट वेलनेस” कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का सफल समन्वय डॉ. ऋचा श्रीवास्तव (आयोजन सचिव) ने किया।
इस कार्यशाला में एम्स भोपाल के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. वरुण मल्होत्रा और एम्स भटिंडा की डॉ. रजति राजेंद्रन सहित कई प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने भाग लिया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक संतुलन और हृदय कल्याण को बढ़ावा देने के लिए वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित ध्यान और योग तकनीकों पर सत्र आयोजित किए।
कार्यशाला की मुख्य विशेषताएँ:
✅ वैज्ञानिक ध्यान तकनीकें: प्रार्थना, आसन, मंत्रोच्चार, मार्गदर्शित ध्यान, विजुअलाइज़ेशन और हर्टफुलनेस सेशन।
✅ मानसिक स्वास्थ्य पर शोध: हार्ट रेट वेरिएबिलिटी (HRV), डिफॉल्ट मोड नेटवर्क, डिप्रेशन, एंग्जायटी और तनाव को कम करने में ध्यान की भूमिका।
✅ प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का समन्वय: मानसिक सशक्तिकरण और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए ध्यान और प्रार्थना का महत्व।
✅ प्रतिभागियों के अनुभव: ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में वृद्धि, भावनात्मक स्थिरता और आंतरिक शांति।
✅ व्यक्तिगत विकास: “लॉ ऑफ सक्सेस” पुस्तिका वितरित की गई, जिससे प्रतिभागियों को आत्मविकास के व्यावहारिक उपकरण मिले।
विशेषज्ञों के विचार:
प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “यह कार्यशाला प्राचीन योग और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के संगम का उत्कृष्ट उदाहरण है। मानसिक सशक्तिकरण और भावनात्मक संतुलन के लिए इस तरह के सत्र अत्यंत उपयोगी हैं।”
इस कार्यशाला ने माइंडफुलनेस, न्यूरोसाइंस और मेडिकल वेलनेस के क्षेत्र में एक नई पहल की है। प्रतिभागी इस कार्यक्रम से नई ऊर्जा, मानसिक स्पष्टता और तनाव प्रबंधन के वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ लौटे।
एम्स भोपाल का यूपी एएसएसओपीआईसीओएन (UP ASSOPICON) 2026 में मन और हृदय कल्याण कार्यशाला में अग्रणी योगदान
