भोपाल पुलिस ने साइबर ठगी में इस्तेमाल की जाने वाली फर्जी सिम बेचने वाले एक सह-आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी से मोबाइल डिवाइस और बड़ी संख्या में फर्जी सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। इस मामले में फ्लैट मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उसने किरायेदारों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया था।
गिरफ्तारी और बरामदगी:
आरोपी राहुल उर्फ विनोद प्रजापति, जो घोड़ा नक्कास में सिम बेचता था, को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
आरोपी से 17 फर्जी सिम कार्ड जब्त किए गए।
फ्लैट नंबर 301, रीगल टाउन, अवधपुरी में ठगों के ठहरने की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा।
पुलिस ने फ्लैट मालिक आशुतोष गुप्ता पर धारा 223 BNS के तहत मामला दर्ज किया, क्योंकि उसने किरायेदारों का वेरिफिकेशन नहीं कराया था।
साइबर ठगी से जुड़े अहम सबूत जब्त
पुलिस ने आरोपी यश सलूजा के फ्लैट की तलाशी ली, जिसमें कई संदिग्ध दस्तावेज और रजिस्टर बरामद हुए, जिनमें फर्जी सिम कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल, और ऑनलाइन ठगी से जुड़े रिकॉर्ड दर्ज थे।
जब्त सामान:
लाल रंग का रजिस्टर (जिसमें ID, कस्टमर डिटेल, बैंक ट्रांजेक्शन का हिसाब)
नीले रंग का “कैश बुक” रजिस्टर (फर्जी सिम कार्ड और पैसों का लेनदेन दर्ज)
सहजप्रीत नाम का रजिस्टर (जूम कार में फर्जी सिम लगाकर पैसे ट्रांसफर करने का रिकॉर्ड)
फर्जी बैंक खातों से जुड़ी डिटेल्स और फर्जी ID से कार बुकिंग का हिसाब
XUV 500, हुंडई वर्ना, और BMW कारों के ओरिजिनल रजिस्ट्रेशन कार्ड
भारत सरकार का NPS पेंशन कार्ड (जिसमें निशा वर्मा का नाम दर्ज)
भोपाल पुलिस की विशेष कार्रवाई
भोपाल में बढ़ती साइबर ठगी को रोकने के लिए पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी के निर्देश पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान के तहत डीसीपी संजय कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में कई ठगों की गिरफ्तारी और करोड़ों के साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश किया गया है।
टीम की विशेष भूमिका
थाना प्रभारी: निरीक्षक रतन सिंह परिहार
अन्य अधिकारी: संजय कुमार सिंह, जशवंत सिंह चंदेल
पुलिस टीम: धर्मेंद्र सिंह गुर्जर, वाचस्पति शुक्ला, जितेंद्र भैसारे, सतीश यादव, सतीश गुर्जर, नंदकिशोर, नितिन पाली, भरत उइके