भोपाल: विधानसभा सत्र के पहले दिन की कार्यवाही नर्सिंग घोटाला मामले की जांच की मांग की भेंट चढ़ गई। कांग्रेस विधायक दल ने जोर दिया कि नर्सिंग कॉलेज घोटाले में युवाओं के साथ अन्याय हुआ है, इसलिए इस पर चर्चा होनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष की मांग
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की, जिस पर संसदीय कार्य मंत्री कैलाश मिश्रा ने जवाब दिया कि चूंकि यह मामला कोर्ट में है, इसलिए इस पर चर्चा नहीं की जा सकती। इस जवाब के बाद सदन में हंगामा हो गया।
कार्यवाही स्थगित
हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने पहले कार्यवाही को एक बजे तक और फिर कल तक के लिए स्थगित कर दिया।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वे नियम प्रक्रिया और मान्य परंपरा के तहत चर्चा करने को तैयार हैं, लेकिन उत्तेजना में कोई बात नहीं जाएगी।
इस घटना ने विधानसभा सत्र के पहले दिन को हंगामेदार बना दिया, और अब सबकी नजरें अगले दिन की कार्यवाही पर हैं।