300 मीटर दूर से भी कर सकते हैं गर्भगृह में विराजित प्रतिमा के दर्शन
पन्ना, मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में स्थित बलदेव जी का मंदिर अपनी अनूठी रोमन शैली की स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलदेव जी को समर्पित है। इसका निर्माण बुंदेलखण्ड के राजा छत्रसाल की दसवीं पीढ़ी के महाराज रुद्रप्रताप सिंह जूदेव ने 1876 से 1879 के बीच करवाया था। इस भव्य मंदिर की डिजाइनिंग इटली के एक इंजीनियर ने की थी, और इसे भूकंपरोधी तकनीक से निर्मित किया गया है, जिससे यह प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित है।
मंदिर के प्रधान पुजारी के अनुसार, मंदिर के गर्भगृह का डिजाइन ऐसा है कि श्रद्धालु मुख्य मार्ग से, जो मंदिर से 300 मीटर दूर स्थित है, वहां से भी भगवान बलदेव जी की प्रतिमा के दर्शन कर सकते हैं।
मंदिर के मुख्य द्वार पर 16 सीढ़ियां, 16 स्तंभों से सजा एक विशाल मंडप और 16 छोटे गुंबद हैं, जो भगवान श्रीकृष्ण की 16 कलाओं का प्रतीक माने जाते हैं। गर्भगृह में भगवान बलदेव की शालिग्रामी प्रतिमा स्थापित है, जो भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है।
मंदिर परिसर में एक स्कूल भी संचालित होता है, जो स्थानीय बच्चों को शिक्षा प्रदान करता है, जिससे यह धार्मिक आस्था के साथ-साथ शिक्षा का भी केंद्र बन गया है।