भोपाल: 10,000 रुपये इनामी फरार आरोपी मनोज भालेराव गिरफ्तार, मानव तस्करी और बलात्कार मामले में थी तलाश

भोपाल। थाना हबीबगंज पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मानव तस्करी और बलात्कार के मामले में वांछित 10,000 रुपये के इनामी आरोपी मनोज उर्फ मुकेश भालेराव को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि आरोपी लंबे समय से फरार था और बार-बार पुलिस को चकमा दे रहा था।

मामले का विवरण

थाना हबीबगंज में फरवरी 2024 में एक महिला (परिवर्तित नाम: पलक) की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। जांच के दौरान पता चला कि महिला को राजस्थान के राजसमंद जिले में जबरन शादी करवाई गई थी। महिला ने अपने बयान में बताया कि उसे पूजा धानक, छाया देशमुख, संतोष भालेराव और उसके पति मनोज भालेराव ने काम दिलाने के बहाने राजस्थान ले जाकर देवीलाल गर्ग नामक व्यक्ति को बेच दिया। देवीलाल ने उसे धमकाकर शादी की और कई बार शारीरिक शोषण किया।

आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

महिला के बयान के आधार पर मानव तस्करी, बलात्कार, आपराधिक षड्यंत्र और जबरन शादी जैसे गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपियों देवीलाल गर्ग, छाया देशमुख, पूजा धानक और संतोष भालेराव को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही शादी कराने वाले पंडित हिम्मतलाल पालीवाल को भी पकड़ा गया।

फरार था मनोज भालेराव

मामले में आरोपी मनोज उर्फ मुकेश भालेराव लंबे समय से फरार था। उसकी तलाश में भोपाल और राजस्थान के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई, लेकिन वह पुलिस की पकड़ से बचता रहा। भोपाल पुलिस उपायुक्त ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया था।

गिरफ्तारी की कहानी

11 नवंबर 2024 को सूचना मिली कि मनोज भालेराव रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर मौजूद है। थाना प्रभारी के निर्देशन में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। आरोपी पुलिस को देख भागने का प्रयास कर रहा था, लेकिन सतर्क पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस टीम की सराहना

इस कार्रवाई में सउनि बिजेन्द्र सिंह बरसेना और प्रआर 3076 राघवेन्द्र सिंह सेंगर की अहम भूमिका रही। उनके प्रयासों से यह बड़ी सफलता मिली। वरिष्ठ अधिकारियों ने पुलिस टीम की सराहना की और इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया।

पुलिस की अपील

भोपाल पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को ऐसे मामलों से जुड़ी कोई जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

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