भोपाल: पहली बार पूरी तरह डिजिटल होगी जनगणना, 34 सवालों के साथ जनवरी 2025 से होगी शुरुआत

भोपाल ।।मध्य प्रदेश में पहली बार डिजिटल जनगणना की जाएगी, जिसमें 34 सवालों के माध्यम से जनसांख्यिकीय जानकारी एकत्र की जाएगी। इस जनगणना की विशेषता यह है कि घर-घर जाकर जानकारी जुटाने का काम पूरी तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होगा, जिससे डेटा संग्रहण तेज और सटीक बनेगा।

जनगणना के प्रमुख बिंदु

1.50 लाख प्रगणक तैनात किए जाएंगे, जो जनवरी 2025 से सर्वे का कार्य शुरू करेंगे।

हर प्रगणक को 150 घरों का सर्वे करना होगा।

प्रशासनिक सीमाएं जैसे जिले और गांव की सीमाएं जनगणना से पहले फ्रीज कर दी जाएंगी।

बैंक खातों की जानकारी इस बार नहीं ली जाएगी।

प्रगणक को प्रति प्रगणन कार्य के लिए 25,000 रुपये मानदेय दिया जाएगा।


जनगणना में पूछे जाने वाले सवाल

इस बार जनगणना में न केवल परिवारों की मूलभूत जानकारियां ली जाएंगी, बल्कि कुछ अनूठे सवाल भी पूछे जाएंगे, जैसे:

आप किस अनाज को कहते हैं?

घर में पीने के पानी और बिजली की उपलब्धता।

गंदे पानी के स्रोत की स्थिति।

वाहनों की उपलब्धता, मोबाइल फोन का उपयोग।

परिवार की जाति संबंधी जानकारी।


डिजिटल प्रक्रिया से होगी पारदर्शिता

इस जनगणना में पहली बार कागजी काम को खत्म कर डिजिटल माध्यम से डेटा संग्रहण किया जाएगा। इसका उद्देश्य प्रक्रिया को तेज, पारदर्शी और त्रुटि-मुक्त बनाना है।

अहम जानकारियां

जनगणना का काम जनवरी 2025 से शुरू होगा।

घर-घर जाकर प्रगणक डिजिटल डिवाइस से डेटा एकत्र करेंगे।

सर्वे में दोपहिया वाहन और मोबाइल उपयोग से जुड़ी जानकारियां भी ली जाएंगी।


निष्कर्ष

डिजिटल जनगणना देश में नवाचार और पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल डेटा संग्रहण की प्रक्रिया तेज होगी, बल्कि जनसांख्यिकीय और सामाजिक नीतियों को भी मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।

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