भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने NGO डोनेशन के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया, तीन आरोपी गिरफ्तार

भोपाल (क्राइम न्यूज़, ।  मध्यप्रदेश में ऑनलाइन ठगी के मामलों में लगातार इज़ाफा हो रहा है। इसी कड़ी में भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्यवाही करते हुए एक ऐसे संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो एनजीओ में डोनेशन दिलवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहा था। इस गिरोह के तीन सक्रिय सदस्यों को इंदौर और होशंगाबाद से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों पर भोपाल के एक व्यवसायी से 18 लाख रुपए की ठगी का आरोप है।


फ्रॉड की विस्तृत जानकारी – NGO डोनेशन के नाम पर किया ऑनलाइन ठगी का जाल तैयार

आवेदक द्वारा की गई शिकायत के अनुसार, कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने खुद को एनजीओ प्रतिनिधि बताते हुए डोनेशन डील फिक्स कराने के बहाने संपर्क किया और ऑनलाइन माध्यम से ₹18,00,000 की धोखाधड़ी की। जैसे ही पैसे खातों में ट्रांसफर हुए, आरोपियों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया और संपर्क समाप्त कर दिया।

पुलिस ने B.N.S. की धारा 319(2), 318(4) के तहत प्रकरण क्रमांक 61/2025 दर्ज कर जांच शुरू की।

ठगी का तरीका – कैसे किया गया डिजिटल फ्रॉड?
1. आरोपियों ने भोपाल और इंदौर में आवेदक से संपर्क कर स्वयं को एनजीओ से जुड़ा प्रतिनिधि बताया।
2. डोनेशन दिलवाने के नाम पर मीटिंग तय की गई।
3. मीटिंग के बाद फर्जी बैंक खातों में रकम जमा करवाई गई।
4. पैसे मिलते ही मोबाइल बंद कर दिया और फरार हो गए।


साइबर टीम की सटीक कार्यवाही – तकनीकी इनपुट के आधार पर तीन आरोपी गिरफ्तार

भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने मोबाइल नंबर और बैंक खातों की तकनीकी जानकारी जुटाकर इंदौर और होशंगाबाद में दबिश दी और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया:

गिरफ्तार आरोपी व उनकी भूमिका:

तीनों आरोपियों के पास से अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस ने B.N.S. की धारा 61(2), 238 को भी अब आरोपियों पर लागू कर दिया है।


पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका

इस पूरे ऑपरेशन का नेतृत्व इंस्पेक्टर सुनील मेहर व टीम ने किया, जिसमें साइबर यूनिट के अन्य प्रमुख सदस्य जैसे सुजीत तिवारी, दीपक चौबे, आदित्य साहू, सुमित कुमार समद शामिल रहे।

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