भोपाल: पूर्व वित्त मंत्री राघवजी का छलका दर्द, बीजेपी में पुराने नेताओं को नहीं मिल रही तवज्जो

भोपाल। बीजेपी में नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आ रही है। पूर्व वित्त मंत्री राघवजी ने कहा कि पार्टी में अब पुराने नेताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।

बीजेपी कार्यालय में रायशुमारी जारी:

भाजपा के जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर पार्टी कार्यालय में बंद कमरे में बैठक चल रही है। इस बैठक में बड़े नेताओं द्वारा अपने समर्थकों को जिला अध्यक्ष बनाने की सिफारिशें की जा रही हैं।

सूत्रों के अनुसार:

40 से ज्यादा जिला अध्यक्षों के नाम पर सहमति बन चुकी है।

कुछ नामों पर अब भी पेंच फंसा हुआ है, जिसके चलते अंतिम सूची जारी होने में देरी हो रही है।

भाजपा जिला अध्यक्षों की सूची कल शाम तक जारी हो सकती है।


वरिष्ठ नेताओं का असंतोष:

सूची जारी होने से पहले ही कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। राघवजी ने अपने बयान में संकेत दिया कि पार्टी अब पुराने और वफादार नेताओं को प्राथमिकता नहीं दे रही है।

क्या है विवाद का कारण?

कुछ बड़े नेता अपने समर्थकों को जिला अध्यक्ष बनवाने के लिए दबाव बना रहे हैं।

यह स्थिति पार्टी के अंदरूनी संघर्ष को उजागर कर रही है।


निष्कर्ष:

भाजपा में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति से पहले असंतोष और आंतरिक खींचतान सामने आ रही है। वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी और समर्थकों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा से पार्टी के अंदरूनी हालात तनावपूर्ण बन गए हैं। अब यह देखना होगा कि भाजपा नेतृत्व इस स्थिति को कैसे संभालता है।

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