रेलवे की सेवा के साथ समाज में भी बिखेर रहीं रोशनी
भोपाल । पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल की डॉ. मधु शर्मा को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 पर ‘भारत की टॉप 10 गेम-चेंजर महिलाओं’ में स्थान मिला है। यह सम्मान ‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ और 116 अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ प्लेटफॉर्म्स द्वारा प्रदान किया गया।
रेलवे अधिकारी से समाजसेवी तक का सफर
डॉ. मधु शर्मा, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, भोपाल के इंजीनियरिंग विभाग में कार्यालय अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। रेलवे की ड्यूटी पूरी करने के बाद वे झुग्गी-बस्तियों और सरकारी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा और प्रेरणा देने का कार्य करती हैं।
शनिवार को सरकारी स्कूलों में जाकर बच्चों को जीवन कौशल सिखाती हैं।
रविवार को झुग्गी-बस्तियों में जाकर बच्चों को चॉकलेट बांटती हैं और प्रेरणादायक कहानियां सुनाती हैं।
बच्चे उन्हें ‘संडे वाली दीदी’ के नाम से जानते हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होंगी
डॉ. मधु शर्मा को अप्रैल 2025 में इटली की ‘कोनियो यूनिवर्सिटी’ से डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान समाजसेवा और शिक्षा के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया जा रहा है।
महिलाओं और दृष्टिबाधित बच्चों के लिए कर रही हैं कार्य
महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान ‘ईयर टू हियर’ की भोपाल रीजनल लीडर हैं।
दृष्टिबाधित बच्चों के लिए स्वयं अपनी आवाज़ में पाठ्य सामग्री रिकॉर्ड करती हैं।
बच्चों को मोबाइल और नशे की लत से बचाने के लिए खेलों और रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ती हैं।
रेलवे और अन्य संस्थानों के लिए सफाई एवं जागरूकता पर प्रेरणादायक वीडियो बनाती हैं।
सम्मान और पुरस्कार
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया के अनुसार, डॉ. शर्मा को ‘मदर टेरेसा अवार्ड’, ‘एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ और ‘मध्य प्रदेश महिला रत्न सम्मान’ जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं। वे पिछले 25 वर्षों से गरीब और वंचित बच्चों के जीवन में बदलाव ला रही हैं।
भोपाल रेल मंडल को गर्व
भोपाल रेल मंडल और पश्चिम मध्य रेलवे डॉ. मधु शर्मा की उपलब्धियों पर गर्व महसूस करता है। उनके योगदान से रेलवे और समाज के प्रति उनकी सेवा का उदाहरण पूरे देश के लिए प्रेरणा बन रहा है।
भोपाल रेल मंडल की शान: डॉ. मधु शर्मा ‘भारत की टॉप 10 गेम-चेंजर महिलाओं’ में शामिल
