वॉशिंगटन। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को TikTok के स्वामित्व को लेकर बड़ा फैसला सुनाया। चीन स्थित कंपनी बाइटडांस को रविवार तक TikTok का स्वामित्व बेचने या अमेरिका में ऐप पर प्रभावी प्रतिबंध का सामना करने के लिए बाध्य किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट का सर्वसम्मत फैसला
सर्वसम्मति से दिए गए इस निर्णय में सुप्रीम कोर्ट ने बाइडेन प्रशासन द्वारा अप्रैल में लागू किए गए “विदेशी विरोधी नियंत्रित अनुप्रयोगों से अमेरिकियों की सुरक्षा अधिनियम” को बरकरार रखा। यह कानून TikTok और अन्य विदेशी-नियंत्रित ऐप्स को राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से खतरा मानते हुए सख्त कदम उठाने की अनुमति देता है।
बाइडेन प्रशासन का रुख मजबूत
इस फैसले से बाइडेन प्रशासन का पक्ष मजबूत हुआ है। प्रशासन ने तर्क दिया था कि TikTok का चीन स्थित मालिकाना हक अमेरिकी नागरिकों की डेटा गोपनीयता और सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। कानून का उद्देश्य विदेशी-नियंत्रित ऐप्स पर कड़ी निगरानी रखना और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देना है।
बाइटडांस को स्वामित्व बेचने का अल्टीमेटम
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद बाइटडांस को अब रविवार तक TikTok का स्वामित्व किसी अमेरिकी या गैर-चीनी कंपनी को सौंपना होगा। ऐसा न करने पर अमेरिका में TikTok पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
क्या है कानून का उद्देश्य?
“विदेशी विरोधी नियंत्रित अनुप्रयोगों से अमेरिकियों की सुरक्षा अधिनियम” का मुख्य उद्देश्य:
1. विदेशी कंपनियों द्वारा संचालित ऐप्स की निगरानी।
2. डेटा चोरी और राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों को रोकना।
3. अमेरिकी नागरिकों की व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखना।
TikTok पर प्रतिबंध की संभावना
इस निर्णय के बाद TikTok पर अमेरिका में प्रतिबंध का खतरा और बढ़ गया है। यदि बाइटडांस समय सीमा में स्वामित्व नहीं बेचता, तो यह ऐप अमेरिका में बंद हो सकता है।
फैसले का वैश्विक प्रभाव
यह फैसला न केवल अमेरिका में बल्कि अन्य देशों में भी विदेशी-नियंत्रित ऐप्स पर कड़ी निगरानी की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकता है।