
उज्जैन। उज्जैन के पूर्व सांसद और वर्तमान में आलोट से बीजेपी विधायक चिंतामणी मालवीय को अपनी ही पार्टी की सरकार की आलोचना करना भारी पड़ गया।
बीजेपी ने सात दिन में मांगा जवाब
भाजपा ने अनुशासनहीनता पर कड़ा रुख अपनाते हुए चिंतामणी मालवीय को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है और सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।
मामला पहुंचा शीर्ष नेतृत्व तक
सूत्रों के मुताबिक, यह विवाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक पहुंच गया है, जिससे पार्टी के भीतर हलचल तेज हो गई है।
क्या बीजेपी विधायक पर होगी सख्त कार्रवाई?
अब यह देखना होगा कि पार्टी उनके जवाब से संतुष्ट होती है या अनुशासनात्मक कार्रवाई के रूप में कोई सख्त कदम उठाती है।