भोपाल: आरटीओ के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने कोर्ट में पेश होने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट ने आज सौरभ शर्मा को पेश होने का आदेश दिया था, लेकिन लोकायुक्त की टीम ने सुबह करीब 11 बजे उन्हें हिरासत में ले लिया।
वकील का बयान: जान को खतरा होने का दावा
सौरभ शर्मा के वकील राकेश पाराशर ने लोकायुक्त की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके मुवक्किल की जान को खतरा है। वकील का कहना है कि अगर किसी का नाम जबरन उगलवाया गया, तो यह उनकी सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है। उन्होंने कहा, “पुलिस अपना काम करे, कोर्ट अपना काम करेगा और हम अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।”
लोकायुक्त का बयान: जांच होगी निष्पक्ष
लोकायुक्त के डीजी जयदीप प्रसाद ने कहा, “सौरभ शर्मा को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। उन्हें 24 घंटे के भीतर कोर्ट में पेश किया जाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी और यह पता लगाया जाएगा कि सौरभ शर्मा गिरफ्तारी से पहले कहां-कहां रहे। पूछताछ के दौरान एजेंसियों से जान का कोई खतरा नहीं होगा।
वीडियोग्राफी पर सवाल
जब उनसे पूछताछ की वीडियोग्राफी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया। डीजी ने यह भी आश्वासन दिया कि इस मामले में जो भी आरोपी पाए जाएंगे, उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
अगले कदम
लोकायुक्त टीम सौरभ शर्मा से जुड़े अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ करेगी और जांच को निष्पक्ष तरीके से आगे बढ़ाएगी।