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बुरहानपुर पुलिस ने अवैध हथियार कारोबार से जुड़े गिरोह के तीन सदस्यों को किया गिरफ्तार

अवैध आर्म्‍स निर्माण और विक्रय में संलिप्‍त आरोपियों से 2 पिस्‍टल और सैकड़ों बैरल व शटर नली बरामद

भोपाल, मध्यप्रदेश पुलिस ने अवैध हथियारों के निर्माण और विक्रय से जुड़े गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। इस अभियान में पुलिस ने दो देसी पिस्टल, 899 बैरल और 451 शटर नलियां बरामद की हैं। पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा द्वारा प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए लगातार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे, जिसके परिणामस्वरूप यह सफलता मिली है।

मामला: बुरहानपुर जिले के थाना लालबाग पुलिस को 14 जनवरी को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक सिकलीगर ने सूरत से अवैध पिस्टल निर्माण के लिए बैरल और शटर नलियां मंगवाई हैं। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए राज हंस ट्रेवल्स की बस और अन्य वाहनों की निगरानी की और बाद में एक मोटरसाइकिल और ऑटो को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।

आरोपी हरपाल सिंह, वारिस अली उर्फ आरिफ, और सैय्यद आरिफ ने पूछताछ में बताया कि वे सूरत से मंगवाए गए अवैध हथियारों का निर्माण करने के बाद उन्हें विक्रय करने के लिए तैयार कर रहे थे। पुलिस ने उनके कब्जे से दो पिस्टल और 899 बैरल व 451 शटर नलियां बरामद की हैं।

मुख्य आरोपी और अन्य जानकारी:

1. हरपाल सिंह (32 साल) – पूर्व में दो आर्म्स एक्ट और चोरी के मामले में आरोपी रहा है।


2. वारिस अली उर्फ आरिफ (30 साल)


3. सैय्यद आरिफ (34 साल)



अवैध हथियार निर्माण और विक्रय का तरीका: आरोपियों ने बताया कि ये बैरल और शटर नलियां उच्च गुणवत्ता की थीं, जिनका उपयोग अवैध हथियारों के निर्माण में किया जा रहा था। इन अवैध हथियारों का विक्रय पूरे प्रदेश में किया जा रहा था।

पुलिस कार्रवाई और आगे की जांच: बुरहानपुर पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है और अवैध हथियारों के निर्माण में संलिप्त अन्य लोगों की पहचान करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इस मामले में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर विवेचना की जा रही है। मध्यप्रदेश पुलिस ने अवैध हथियार कारोबार पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए ऑपरेशन प्रहार के तहत धार, बड़वानी, खरगौन और बुरहानपुर जैसे जिलों में कई अवैध हथियार निर्माण कारखानों को नेस्तनाबूद किया है।

अवैध हथियारों की निर्माण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका: वर्तमान में, बैरल किसी भी हथियार का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, क्योंकि यह उसकी मारक क्षमता को निर्धारित करता है। उच्च गुणवत्ता की बैरल से हथियार अधिक प्रभावी होते हैं, जबकि निम्न गुणवत्ता की बैरल से हथियार का फटने और उपयोगकर्ता के घायल होने का खतरा बढ़ जाता है।

निष्कर्ष: मध्यप्रदेश पुलिस अवैध हथियारों के निर्माण और विक्रय पर लगातार शिकंजा कस रही है। इस कार्रवाई से प्रदेश में अपराधी तत्वों को कड़ा संदेश मिला है कि पुलिस उनकी हरकतों पर नजर रखे हुए है और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

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