भोपाल। रबी उपार्जन वर्ष 2024-25 के दौरान भण्डारित गेहूँ में कीट संक्रमण और गुणवत्ता में कमी का मामला सामने आया है। इस मामले में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री, गोविन्द सिंह राजपूत ने दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मामला तब सामने आया जब भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के विभिन्न गोदामों में भंडारित गेहूँ की गुणवत्ता की जांच की। जांच के दौरान पाया गया कि लगभग 100 गोदामों में रखा गेहूँ कीटग्रस्त और अपग्रेडेबल है, जिससे उसका परिदान भारतीय खाद्य निगम को नहीं हो सका।
भारतीय खाद्य निगम ने निर्देश दिए थे कि कीटग्रस्त/अपग्रेडेबल गेहूँ को सात दिनों के भीतर मानक स्तर पर लाया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसके चलते मप्र वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई है।
इस गंभीर मामले पर ध्यान देते हुए खाद्य मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने प्रमुख सचिव खाद्य, श्रीमती रश्मि अरुण शमी को तीन दिनों के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं, ताकि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जा सके।
—