प्रचलित और नव स्वीकृत जल संरक्षण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करें – संभागायुक्त  सिंह

भोपाल । संभागायुक्त  संजीव सिंह ने मंगलवार को जल गंगा संवर्धन अभियान की समीक्षा बैठक में सभी संभागीय अधिकारियों को जल संरक्षण से संबंधित विभिन्न कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने खासतौर पर प्रचलित और नव स्वीकृत जल संरक्षण कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करने, खेत तालाबों, अमृत सरोवरों के निर्माण, और ऐतिहासिक धार्मिक तालाबों तथा जलस्रोतों की सफाई एवं जीर्णोद्धार की प्रक्रिया को प्राथमिकता देने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने पेयजल स्त्रोतों को जियो टैगिंग करने और समेकित रूप से इनकी जानकारी संग्रह करने की दिशा में काम करने के निर्देश दिए।

जल गंगा संवर्धन अभियान की समीक्षा बैठक:

बैठक में नगर निगम आयुक्त  हरेंद्र नारायण, सीईओ स्मार्ट सिटी  अंजू अरुण कुमार, संयुक्त आयुक्त विनोद यादव, सीईओ जिला पंचायत  इला तिवारी और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। संभागायुक्त श्री सिंह ने सभी विभागों को जल संरक्षण की दिशा में सम्पूर्ण कार्ययोजना तैयार करने और उसकी निरंतर समीक्षा करने के निर्देश दिए।

संभागायुक्त श्री सिंह के निर्देश:

1. शहरी क्षेत्र में हरित विकास:

संभागायुक्त ने नगरीय विकास एवं आवास विभाग को निर्देश दिया कि वे शहरी क्षेत्रों में बिगड़े हुए बाग बगिचों को चिन्हित कर उनका हरित विकास करें।



2. युवाओं की भागीदारी:

जल संरक्षण में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अमृत मित्र बनाने की योजना तैयार की जाए।



3. नदियों के शोध और निगरानी:

नदियों में मिलने वाले नालों के शोध के लिए कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन किया जाए।



4. भूजल संवर्धन और नल जल योजनाएं:

भूजल संवर्धन और नल जल योजनाओं के अंतर्गत पाइप लाइन लीकेज, टपकते नल, और जल का अपव्यय को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही।

पेयजल स्त्रोतों के पुनर्भरण के लिए रिचार्ज शाफ़्ट संरचना के निर्माण कार्य को प्रोत्साहित किया।



5. औद्योगिक क्षेत्रों में जल प्रबंधन:

औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग को निर्देश दिए गए कि वे औद्योगिक इकाइयों में रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग के प्रावधान का पालन कराएं।

औद्योगिक क्षेत्रों में जल निकासी और प्रबंधन की समुचित व्यवस्था को सुनिश्चित करें।



6. जन अभियान परिषद के साथ समन्वय:

संभागायुक्त ने अधिकारियों को जन अभियान परिषद के साथ समन्वय स्थापित कर जल संचय और संवर्धन के महत्व और संवेदनशीलता का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। साथ ही, जनसहभागिता से जल स्त्रोतों की सफाई और संरक्षण के कार्यों को बढ़ावा देने की बात कही।




संभागायुक्त संजीव सिंह ने जल संरक्षण के महत्व को समझाते हुए यह भी बताया कि यह अभियान जल संकट की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए लिया गया कदम है, जिससे जल स्त्रोतों का संरक्षण और पुनर्भरण संभव हो सकेगा। उन्होंने सभी विभागों को एकजुट होकर इस कार्य में तत्परता से योगदान देने का आह्वान किया।

जल गंगा संवर्धन अभियान को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए सभी विभागों को एकजुट होकर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे प्रदेश के जल स्त्रोतों की स्थिति में सुधार हो सके और आने वाली पीढ़ियों के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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